मानव को कपट रहित जीवन व्यतीत करना चाहिए : वेदानंद
कथावाचक पंडित वेदानंद शास्त्री ने कहा कि मनुष्य को छल व कपट रहित जीवन व्यतीत करना चाहिए।
दरभंगा। कथावाचक पंडित वेदानंद शास्त्री ने कहा कि मनुष्य को छल व कपट रहित जीवन व्यतीत करना चाहिए। भागवत कथा फलाहार या अल्पाहार लेकर सुनना चाहिए। इस कथा के सुनने से तन, मन व धन की शुद्धि होती है एवं मनुष्य को छह विकारों से मुक्ति मिलती है वे बुधवार को बीएमपी 13 स्थित आयोजित श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ में प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य का जन्म धर्म व कर्म करने के लिए होता है। लेकिन लोग संसारिक सुखों में अपना जीवन व्यतीत कर देते हैं। उन्होंने कहा कि भगवतकथा कलयुग में अमृत है जिसे सुनने से रक्त की शुद्धि होती है एवं भगवान की भक्ति की प्राप्ति होती है। मनुष्य का जीवन मूल्यवान है। प्रभू की प्राप्ति एवं शरणागति के लिए श्री हरिनारायण का भजन कीर्तन करना चाहिए। आप जिस स्थित या परिस्थिति में रहे प्रभू का नाम रटते रहे। इस युग में नामकीर्तन ही सभी प्रकार के दुख एवं विकारों का समाप्त करने वाला हैं। पूर्व में भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गयी। जिसमें कुवारी कन्याओं ने बढ़कर हिस्सा लिया।