आंदोलन ने शिक्षकों में भरा नया जोश
आंदोलन केवल अपनी मांगों की पूर्ति का माध्यम ही नही होता बल्कि यह सदस्यों में अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए नई ऊर्जा का संचार भी करता है।
दरभंगा। आंदोलन केवल अपनी मांगों की पूर्ति का माध्यम ही नही होता बल्कि यह सदस्यों में अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए नई ऊर्जा का संचार भी करता है। उनमें नया जोश भरता है जिससे संगठन धारदार होता है। मंगलवार को जिला शिक्षा कार्यालय परिसर में धरनार्थी माध्यमिक शिक्षकों की सभा में जिला माध्यमिक शिक्षकों की सभा में जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव श्रवण नारायण चौधरी ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि सरकार सेवा शर्त के प्रकाशन की केवल घोषणा कर रही है। सेवा शर्त बना नही रही।विमर्श में ही साल बीत गया। समान काम के लिए समान वेतन की बात से सरकार सहमत है। लेकिन जब इसके क्रियान्वयन की बात आती है। तब पीछे हट जाती है। सरकार की कथनी व करनी में कोई तालमेल नही है। शिक्षकों को महीनों वेतन नही मिलता। उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक ही प्रभार संभाले हुए है। ऐसे स्कूलों में माध्यमिक शिक्षकों को ही प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया जाय। अध्यक्षीय संबोधन में डा. भुवनेश्वर प्रसाद ने कहा कि हमारे आंदोलन से प्रशासन व राज्य सरकार की ¨चता बढ़ा दी है। अगर हम संगठित और अनुशासित रूप से आंदोलन करते रहे तो सरकार को हमारे आगे झुकने से कोई शक्ति नही रोक सकती। सभा को डा. सत्येंद्र कुमार ¨सह, आदित्य नाथ झा, एसके गुप्ता, फुलो यादव, अवधेश कुमार ठाकुर, आमोद कुमार आलोक रंजन, ममता कुमारी, उदय चंद्र मिश्र, हिना मुजीब, कौशलेंद्र कुमार, संतोष कुमार यादव, विमलेश शर्मा आदि ने भी संबोधित किया।