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चिकित्सक गायब, डीएमसीएच में हंगामा

डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के इनडोर वार्ड में भर्ती मासूमों की कराह ने दो चिकित्सकों पर गाज गिरा दी है।

By Edited By: Published: Sun, 04 Dec 2016 03:01 AM (IST)Updated: Sun, 04 Dec 2016 03:01 AM (IST)
चिकित्सक गायब, डीएमसीएच में हंगामा

दरभंगा। डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के इनडोर वार्ड में भर्ती मासूमों की कराह ने दो चिकित्सकों पर गाज गिरा दी है। इनके विरुद्ध् कार्रवाई के लिए प्रधान सचिव से भी शिकायत की गई है। इन चिकित्सकों के नाम डॉ. रमण कुमार और डॉ. प्रभा किरण है। अस्पताल अधीक्षक ने इनकी हाजिरी काटते हुए इनके वेतन पर रोक लगा दी है। अस्पताल अधीक्षक डा. संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि डयूटी के प्रति इनकी लापरवाही की शिकायत प्रधान सचिव से की गई है। इनपर विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा गया है। बीती शाम शिशु रोग विभाग में कोई भी वरीय चिकित्सक डयूटी पर उपस्थित नहीं था। इससे नाराज शिशुओं के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। वार्ड में तैनात मात्र एक कनीय चिकित्सक पर ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने इसकी शिकायत डीएमसीएच अधीक्षक से भी की। अधीक्षक ने विभागाध्यक्ष डॉ. केएन मिश्रा, डॉ. रमेश मिश्रा और डॉ. रिजवान हैदर से संपर्क कर अविलंब वार्ड में जाने को कहा। सूचना मिलने के तुरंत बाद डॉ. रिजवान हैदर भागे-भागे शिशु रोग वार्ड में पहुंचे। वहीं डॉ. एनपी गुप्ता भी अपने वार्ड में पहुंचे तब जाकर गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सकी। इधर, अधीक्षक ने इसे गंभीरता से लेते हुए शनिवार को शिशु रोग वार्ड पहुंचे और हंगामे के वक्त डयटी पर तैनात चिकित्सकों की जानकारी ली। पता चला कि दोपहर 2 से रात 10 बजे तक आंतरिक पीओडी में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. रमण कुमार और चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रभा किरण की डयूटी थी। लेकिन, दोनों चिकित्सक अपनी डयूटी छोड़कर गायब थे। अधीक्षक ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों चिकित्सकों की हाजिरी काटते हुए वेतन पर रोक लगा दी। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को इनके विरुद्ध् कार्रवाई के लिए लिखा है।

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हाजिरी बनाकर गायब हो जाते हैं चिकित्सक :

अन्य वार्डों की तरह शिशु रोग विभाग में भी अधिकांश चिकित्सक हाजिरी बनाकर अपने कर्तव्य का इतिश्री समझ बैठते हैं। चिकित्सक हाजिरी बनाकर अपने-अपने नर्सिंग होम और क्लिनिक की ओर निकल लेते हैं। बता दें कि पहले यह काम सिर्फ वरीय चिकित्सक ही करते थे। लेकिन, वरीय चिकित्सक के सोहबत में आकर कनीय चिकित्सक भी उनकी राह पर चल दिए हैं।


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