युवती का शव बरामद, मचा हड़कंप
बैड¨मटन खिलाड़ी सिम्मी सलौनी का शव बरामद होने से बाढ़ नियंत्रण कॉलोनी में हड़कंप मच गया।
दरभंगा। बैड¨मटन खिलाड़ी सिम्मी सलौनी का शव बरामद होने से बाढ़ नियंत्रण कॉलोनी में हड़कंप मच गया। शव देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ लग गई। लेकिन, घटना से संबंधित कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं था। शव को देख परिजन चीत्कार मारकर रोने लगे। चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर सिम्मी सलौनी बैड¨मटन क्षेत्र में कुशल खिलाड़ी थी। दरभंगा केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई दौरान ही वह इस खेल प्रतिभान खिलाड़ी थी। कई अवार्ड जितने के बाद उसने जिले में अपना स्थान पक्का बना लिया। इसके बाद वह सीएम साइंस कॉलेज की बतौर छात्रा होने के बावजूद स्टेट व नेशनल स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर दर्जनों शिल्ड पर अपना कब्जा जाम लिया। जिला मैराथन दौड़ में उसने प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उस दौरान निवर्तमान एसएसपी मनु महाराज ने उसे स्पेशल रूप से सम्मानित किया था। हाल के दिनों में दरभंगा में आयोजित बैड¨मटन प्रतियोगिता में भी वह सफल हुई थी। उन्हें दरभंगा के आयुक्त आरके खंडेलवाल ने अवार्ड देकर सम्मानित किया था। वह बार-बार अपने खेल में उच्च स्थान प्राप्त करने की बात करती थी। लेकिन, उसे क्या पता था उसका सपना अधूरा ही रह जाएगा।
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परिवार व पड़ोसी के बयान में अंतर :
परिवार के लोगों ने बताया कि पानी टंकी परिसर का गेट हमेशा बंद रहता था। लेकिन, आज खुला हुआ पाया गया। यह देख शक हुआ और अंदर जाकर देखने पर सिम्मी सलौनी का शव मिला। लेकिन, ठीक गेट के सामने स्थित केन्द्रीय जल आयोग के वारलेस कक्ष के कर्मी ललन प्रसाद ¨सह ने बताया कि सुबह पांच बजे पानी टंकी परिसर का गेट बंद था। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसमें ताला नहीं लगा हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि बगल स्थित सड़क किनारे वाले गेट से मृतका का भाई अखबार लेकर अपने डेरा गया था। उसके बाद क्या हुआ उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि साढ़े पांच बजे के आस-पास वे चाय पीने के लिए बाहर निकल गए। कुछ घंटो में उन्हें सूचना मिली कि उनके कार्यालय व आवास के सामने से शव बरामद हुआ है।
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नहीं हुआ वैजानिक अनुसंधान :
शव बरामद होने के बाद पुलिस ने इसकी जांच वैज्ञानिक पद्धति से नहीं कराई । जहां से शव बरामद किया गया वहां न तो चिन्ह लगाया और न ही एसएफल की टीम को बुलाकर जांच कराई गई। लोगों का कहना था कि अगर समय रहते श्वान दस्ता को बुलाकर जांच कराई जाती तो कुछ सफलता मिल सकती थी।
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परिजन नहीं दे रहे सही जानकारी :
घटना के संबंध में मृतका के परिजनों ने पुलिस व मीडिया को बयान दिया। लेकिन, कई ऐसे तथ्य थे जिसकी सही जानकारी परिजनों ने नहीं दी। सिम्मी राज्य के साथ साथ नेशनल प्रतियोगिता में भी कई बार भाग ले चुकी थी। ऐसी स्थिति में उसके पास मोबाइल नहीं होने का सवाल नहीं उठता है। लेकिन, परिजनों ने एक शब्द में कह दिया कि वह मोबाइल इस्तेमाल नहीं कर थी। आस-पड़ोस के लोगों का कहना था कि परिसर के अंदर रात्रि में काफी हो-हल्ला हुआ। लेकिन, हल्ला क्यों हुआ और यह किसके साथ यह भी परिवार के लोग नहीं बता रहे हैं। सिम्मी सलौनी कुशल खिलाड़ी थी। ऐसी स्थिति में वह मॉर्निंग वाक के दौरान न तो ट्रैक सूट पहनी थी और न ही जूता। यह मांजरा लोगों को समझ में नहीं आ रहा है।
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काला पड़े थे जख्म :
सिम्मी सलौनी के शरीर पर कई जख्म के कई निशान पाए गए। शरीर के उपरी हिस्से के सभी जख्म पुराने प्रतीत हो रहे थे।जबकि, पांव का जख्म नया लग रहा था। जिस जगह से शव की बरामदगी हुई है वहां एक ही जगह पर खून का धब्बा मिला है। अगर वहां हत्या की जाती अथवा उसे पानी टंकी के टावर से नीचे फेंका जाता या स्वयं कूदती तो खून का निशान चारों तरफ मिलता। लेकिन, ऐसा कोई निशान नहीं पाया गया। बताया जाता है कि सिम्मी सलौनी की हत्या आठ-दस घंटे पहले की गई हो। इसके बाद उसे उठाकर वहां लाकर रख दिया गया हो। बहरहाल, पुलिस सभी ¨बदुओं पर पड़ताल कर रही है।
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तीन दिनों से लापता है ऑपरेटर :
जिस पानी टंकी परिसर से शव की बरामदगी हुई है उसका ऑपरेटर तीन दिनों से दिखाई नहीं दिया है। हालांकि, उसके कक्ष का ताला टूटा हुआ अवस्था में शव के पास फेंका हुआ मिला है। इससे ऑपरेटर भी शक के घेरे में है। पुलिस उसकी तलाश करने में जूटी है। बताया जाता है कि सैदनगर मौहल्ला का रहने वाला एक युवक संविदा पर बतौर ऑपरेटर का कार्य करता है।
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अपना मकान होता तो नहीं घटती घटना :
सिम्मी सलौनी के पिता अनिल कुमार सिन्हा विगत 12 वर्षों से समस्तीपुर कार्यालय में कार्यरत हैं। बावजूद, वे दरभंगा कार्यालय के कॉलोनी में अवैध रूप से रह रहे थे। बताया जाता है कि वे स्थानीय कर्मी निरज कुमार ¨सह के नाम से आवंटित मकान में रह रहे हैं। घटना के पीछे मकान भी कोई कारण हो सकता है ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। अनिल कुमार सिन्हा का पैतृक घर समस्तीपुर जिले के दल¨सहसराय थाना क्षेत्र स्थित साहपुर पगरा गांव में है।
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घटना रोकने में पुलिस विफल : लोजपा
शहर में आए दिन चोरी की घटना घटने के बाद महिला खिलाड़ी की हत्या कर दिए जाने पर लोजपा ने पुलिस को सुस्त बताया है। जिलाध्यक्ष गगन कुमार झा ने बताया कि यह जंगल राज का प्रतीक है। आम लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। कोई डर से अब घर से बाहर भी नहीं निकल सकता है ऐसा माहौल बना है।
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