एड्स पीड़िता के सीने से निकाला गया टयूब
डीएमसीएच के मेडिसीन विभाग में भर्ती एडस पीड़ित एक महिला मरीज के इलाज में लापरवाही की खबर दैनिक जागरण में छपने के बाद शनिवार को अस्पताल प्रशासन हरकत में आया।
दरभंगा। डीएमसीएच के मेडिसीन विभाग में भर्ती एडस पीड़ित एक महिला मरीज के इलाज में लापरवाही की खबर दैनिक जागरण में छपने के बाद शनिवार को अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। कल तक मरीज को अछूत समझने वाले चिकित्सक आज उसके सीने में लगी टयूब को सर्जरी ओटी में ले जाकर निकाल दिया। बता दें कि 35 वर्षीया पीड़िता डीएमसीएच के मेडिसीन विभाग में पिछले पांच दिनों से महज इसलिए उपेक्षित थी कि वह एचआईवी पॉजेटिव थी। एचआईवी पॉजेटिव होने के कारण मरीज को एक विभाग से दूसरे विभाग भेजा जा रहा था। लेकिन, हर विभाग पल्ला झाड़ रहा था। शुक्रवार को जब यह बात कुछ आगे बढ़ गई तो हर विभाग अपने-अपने हिसाब से दलीलें देने में जुटा रहा। इसके कारण पिछले पांच दिनों से वह भूखे-प्यासे दर्द से कराह रही थी। मिन्नत करने पर भी कोई सुनने को तैयार नहीं था। इसको लेकर पीड़िता के भाई ने अधीक्षक से शिकायत की थी। और पत्रकारों को इसकी जानकारी दी कि डीएमसीएच में उनकी बहन के इलाज में कोताही बरती जा रही है। सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. वीएस प्रसाद अवकाश पर रहने के बाद भी उन्होंने अपने पीजी को निर्देश दिया कि हर हालत में आज मरीज का टयूब निकल जाना चाहिए। डॉ. प्रसाद के निर्देश पर उनके पीजी ने आज पांच दिन से कराह रही मरीज के सीने से टयूब निकाल दिया।