हाईस्कूलों में आरंभ करें रीमेडियल क्लास
दरभंगा। शिक्षक अपने मानवीय गुणों का विकास करें और बच्चों की शिक्षा के प्रति जवाबदेह बने। ऐसा नहीं क
दरभंगा। शिक्षक अपने मानवीय गुणों का विकास करें और बच्चों की शिक्षा के प्रति जवाबदेह बने। ऐसा नहीं करने वाले शिक्षकों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। उक्त बातें गुरुवार को हाई स्कूलों के प्रधानाध्यापक व्यक्तियों की बैठक में माध्यमिक शिक्षा अभियान के नव पदस्थापित डीपीओ रामाश्रय प्रसाद ने कही। उन्होंने अपने कड़े तेवर से पहली बैठक में ही सभी को अपने कार्यों के प्रति सजग हो जाने का संदेश दे दिया। माध्यमिक शिक्षा के गिरते स्तर पर ¨चता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि स्कूलों में पठन-पाठन की सुचारू व्यवस्था कायम करना प्रधानाध्यापकों की पहली जिम्मेदारी है। उन्होंने मैट्रिक एवं इंटर रिजल्ट की चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षकों की उदासीनता के कारण बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ा है। घंटों चली बैठक में डीपीओ रामाश्रय प्रसाद ने स्कूलों की व्यवस्था एवं छात्र छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी विस्तृत चर्चा की। श्री प्रसाद में प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि शुरू के विरुद्ध बच्चों को पूरी पूरी सुविधा मुहैया कराई जाए। पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था यथाशीघ्र सभी स्कूल कर लें। उन्होंने कहा कि विभागीय आदेश के आलोक बीईओ डीपीओ एवं डीईओ स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के समय स्कूल में किसी भी प्रकार का अनियमितता के लिए प्रधानाध्यापक जिम्मेदार होंगे। बैठक में 200 से अधिक हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक व प्रतिनिधियों उपस्थित थे डीपीओ ने बैठक में उपस्थित सभी बीईओ से कहा कि नियमित रूप से निरीक्षण करें। सभी प्रधानाध्यापकों को टास्क दिया की अपने अपने विद्यालय में सभी कक्षाओं के कमजोर छात्रों को चिन्हित कर रेमेडियल को¨चग की व्यवस्था जितना जल्दी हो सके आरंभ किया जाए। रेमेडियल क्लास के लिए 1000 प्रतिमाह अतिरिक्त शिक्षकों को भुगतान किया जाएगा। जिसकी राशि विद्यालयवार पहले ही आवंटित की जा चुकी है। उन्होंने शिक्षकों का वेतन प्रतिमाह सुचारु रुप से मिले। इसकी भी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापकों को दी। उन्होंने स्कूलों में लंबित उपयोगिता प्रमाणपत्र अभिलंब कार्यालय में जमा कराने की भी ताकत की इंस्पायर योजना के तहत अभी तक किसी स्कूल से प्रतिभागियों का नाम नहीं दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की।