परहेज से ही दूर रहेगा वायरल फीवर
दरभंगा। बरसात का मौसम रोगों का सौगात हैं। इस मौसम में वायरल बुखार आम बात है। इसमें किसी अन्य लोगों क
दरभंगा। बरसात का मौसम रोगों का सौगात हैं। इस मौसम में वायरल बुखार आम बात है। इसमें किसी अन्य लोगों के व्यक्तिगत सामग्रियों के उपयोग से बचे। इसके अलावा इसमें सबसे अधिक परहेज छींक और पानी से बचे। चर्चित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मृदुल कुमार शुक्ला ने बताया कि इस मौसम में सबसे अधिक बच्चें को वायरल बुखार होता है। इस बुखार से बचने के लिए परहेज ही सर्वोत्तम उपाय है।
लक्षण: वायरल बुखार में सर्दी, खांसी , सिर दर्द, छींक आदि के लक्षण पाए जाते है। इसके अलावा मरीज का बुखार 104 से लेकर 105 तक चला जाता है। यह बुखार करीब सात दिनों तक रहता है। इस रोग में छह माह से लेकर छह साल तक के बच्चों में तेज बुखार के साथ चमकी, देह हाथ कड़ा होना आदि लक्षण शामिल हैं ।
कैसे फैलता है: वायरल बुखार, सर्दी, खासी, छीक, जुकाम वाले लोगों से यह रोग फैलता हैं। ऐसे लक्षण वाले लोगों के संपर्क में आने वाले अन्य लोग भी इसके शिकार हो जाते है। दूसरों लोगों के सामग्रियों के उपयोग करने पर भी यह रोग फैलता है।
टीका लगाएं: इस रोग के बचाव के लिए मई में बच्चों को दो टीका लगाएं। दो टीका के बीच में चार सप्ताह का गैप दे। यह टीका बर्ड फ्लु से भी बचाव करता है।
बचाव: इस रोग से बचाव के लिए भीड़ भार वाले जगहों पर जाने से बचे । छीकने वालें लोगों से दूर रहे। मास्क का उपयोग करे। किसी भी दूसरे को अपना मोबाईल नही दे। साफ सफाई पर विशेष घ्यान दे। स्वच्छ पानी और खानपान का उपयोग करे।