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हड़ताल से बेहाल मरीजों का डीएमसीएच से पलायन

दरभंगा। डीएमसीएच के पीजी डॉक्टर बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए है। मरीज वरीय डॉक्टरों के भरोसे थ

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 May 2017 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 01:23 AM (IST)
हड़ताल से बेहाल मरीजों का डीएमसीएच से पलायन
हड़ताल से बेहाल मरीजों का डीएमसीएच से पलायन

दरभंगा। डीएमसीएच के पीजी डॉक्टर बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए है। मरीज वरीय डॉक्टरों के भरोसे थे। इधर भर्ती नही होने पर मरीजों का पलायन शुरू हो गया है। ओपीडी और ईमरजेंसी वार्ड में मात्र मरीजों की जांच पड़ताल हो रही है। ऑपरेशन थिएटर ठप हो गए। सभी तय ऑपरेशन भी टल गए है। मरीज उपचार के लिए बिलबिला रहे हैं। मरीजों की भर्ती नही होने से सीसीडब्ल्यु के बेड खाली पड़े हैं। इधर जुनीयर डॉक्टर्स एसोसिएशन(जेडीए) के बैनर तले पीजी डॉक्टरों ने ओपीडी और ईमरजेंसी सेवा को दो घेटों के लिए ठप करा दिया था। इसके बाद हड़ताली डॉक्टरों ने इन दोनों वार्ड के पर्ची कॉउंटरों को खोलवा दिया। इसके बाद फिर उपचार व्यवस्था शुरू हो गई। पीजी डॉक्टर कहीं काम पर नही थे। सामान्य दिनों की तरह वरीय डॉक्टर वार्डो और ओपीडी में ड्युटी पर तैनात दिखे लेकिन मरीजों की अधिक संख्या को लेकर वरीय डॉक्टर मरीजों की जांच पड़ताल में हाफ रहे थे। हड़ताली पीजी डॉक्टर आज पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज सूवह 10.10 बजे पहुंचे। डीएमसीएच पहुंचे। सभी पीजी डॉक्टर ओपीडी और ईमरजेंसी वार्ड में घूसकर पर्ची कॉउंटरों को बंद करा दिया। इसके बाद पीजी डॉक्टरों ने गायनिक वार्ड में जाकर लेबर रूम और पर्ची कॉउंटरों को बंद करा दिया। तबतक 1371 मरीजों का पर्ची कट चुका था। इसके बाद पीजी डॉक्टर ईमरजेंसी वार्ड आए और बैठककर ओपीडी और ईमरजेंसी वार्ड के पर्ची कॉउटरों को फिर से खोलवाने का निर्णय लिया। इसके बाद आज 12.15 मिनट पर सभी पर्ची कॉउंटर यहांखुल गए लेकिन तबतक वरीय डॉक्टर ओपीडी से चले गए थे। इधर ईमरजेंसी वार्ड के पुर्जा कॉउंटर तो खुले लेकिन यहां मात्र गंभीर मरीजों की ही इलाज हो रहा था।

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काउंटर बंद, मरीज परेशान

जागरण संवाददाता, दरभंगा: ओपीडी में करीब दो घंटों तक कॉउंटर बंद होने के कारण करीब चार दर्जन से अधिक मरीजों का पलायन हो गया। मधुबनी जिला से 102 एम्बुलेंस ने सुजाता देवी को डिलेवरी के लिए आज दिन के तीन बजे डीएमसीएच में भर्ती कराने पहुंचा। मरीज को एम्बुलेंस से उतारने के लिए कोई ट्राली महिला नही थी। परिजन ने खुद मरीज को एम्बुलेंस से उतारकर बरामदा पर लाया। परिजन पुर्जा कॉउंटर पर गया। पुर्जा कॉउंटर कर्मी ने परिजन को बताया कि पहले डॉक्टर से बात करके आए तब ही पुर्जा काटेंगे। परिजन अन्दर गए लेकिन वहां कोई वरीय डॉक्टर नही थे। उधर मरीज की बेचैेनी बढ़ रही थी। मरता क्या नही करता परिजनों ने मरीज को लेकर अन्य संस्थान में डिलेवरी कराने चला गया। जाने से पहले परिजनों ने बताया कि डीएमसीएच में इलाज कम और हड़ताल अधिक होने लगा है। इस डीएमसीएच का नाम हड़ताल अस्पताल रख देना चाहिए था। हायाघाट से सरस्वती देवी को टेम्पु से डिलेवरी के लिए यहां लाया गया था। इन मरीजों को भी उसी मरीज की तरह सलाह दी गई। उन्हें भी यहां कोई डॉक्टर नही मिले। उसके पास फुटी कौड़ी नही थी। परिजनों ने बताया कि इस हड़ताल से उनके उपर आफत आ गई है। जच्चा बच्चा की जान खतरे में है। अब वह जाएं तो जाएं कहां। यह कहते हुए परिजनों ने उसे डिलेवरी के लिए दूसरे चिकित्सा संस्थान में ले गए।

-------------------------------------------------------------------------------पटना में पीटा तो हड़ताल डीएमसीएच में क्योंजागरण संवाददाता, दरभंगा: सीतामढ़ी जिला के पोखरभींडा के पुपड़ी निवासी के परिजन ने बासुदेव राम को आज यहां इलाज के लिए यहां लाया था। पीजी डॉक्टरों की हड़ताल की सूचना सूनकर परिजन भड़क गए। परिजनों का कहना था कि डॉक्टरों की पिटाई पटना में हुई तो यह हड़ताल पटना में ही होनी चाहिए। यह हड़ताल मरीज के साथ वेइंसाफी है। परिजनों ने अपना दुखड़ा सूनाते हुए कहा कि उनके मरीज के शर र पर घाव निकल आया है। इस घाव और उसके पीड़ा से वह 15 दिनों परेशान हैं। हरेक जगह इस मरीज को दिखाए लेकिन किसी ने भी इसका उपचार ठीक से नही किया। रात में सीतामढ़ी स्टेशन पर मरीज के साथ लेटे थे । वे लोग आज ट्रेन से दरभंगा आए है। अंतत: वे लोग मरीज को इतनी दूरी से लेकर यहां आए है। वे पर्ची के कॉउंटर पर लगे थे, अचानक यह कॉउंटर बंदकर दिया गया। मरीज को वे लोग अब कहां लेकर जाए। मरीज की पीड़ा बढ़ गई है।

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पीजी डॉक्टरों ने निकाली रैली

जागरण संवाददाता, दरभंगा: पीजी डॉक्टरों ने अपनी मांगों के समर्थन में आज शाम में एक रैली निकाली। यह र ली ईमरजेंसी वार्ड होते हुए मेडिकल कालेज, छात्रावास , महिला छात्रावास होते हुए कर्पूरी चौक पहुंची। यहां पर एक सभा का आयोजन किया गया। जेडीए अध्यक्ष डॉ. जतीश कुमार ¨सह ने कहा कि पटना में 22 मई को बिना कारण एमएमबीबीएस के छात्रों की पीटाई कर दिया। इतना ही नही ऐसे चार छात्रों क गिरफ्तार कर लिया गया। इतना ही नही पुलिस अधिकारी ने कई छात्रों पर फर्जी एफआईआर भी कर दिया गया। यह सभी कारवाई अन्यायपूर्ण है। पुलिसिया कारवाई का घोर ¨नदा करते हुए कहां कि अब इसे बर्दाश्त नही किया जाएंगा। सभी मांगों की पूर्ति होने तक यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेंगाी।-----------------------------------------------------------------

गार्ड ने दवा प्रतिनिधियों को खदेड़ा

जागरण संवाददाता, दरभंगा: डीएमसीएच में हड़ताल को लेकर विभिन्न कंपनियों के दवा प्रतिनिधी आज खूस थे। उधर मरीज उपचार के लिए भाग दौड़ कर रहे थे। इधर दवा प्रतिनिधी ओपीडी के कई विभागों में जाकर वरीय डॉक्टरों के सामने खड़ा हो गए। गार्ड ने इसे देख लिया। कई वार इनलोगों को वहां से हटने की सलाह दी गई लेकिन कोई वहां से टस से मस नही हो पा रहा था। गार्ड के सब्र का बांध टूट गया । गार्ड ने ओपीडी के कई विभागों से दवा प्रतिनिधियों को खदेड़ दिया। सभी दवा प्रतिनिधी ओपीडी के मेन गेट से भाग खड़े हुए।


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