सरकारी भवनों की वज्रपात से होगी सुरक्षा
दरभंगा। वज्रपात से कोई नुकसान नहीं हो इस दिशा में सरकारी स्तर पर पहल शुरू कर दी गई है। फिलहाल दरभंगा
दरभंगा। वज्रपात से कोई नुकसान नहीं हो इस दिशा में सरकारी स्तर पर पहल शुरू कर दी गई है। फिलहाल दरभंगा शहर में मॉडल के रूप में कार्य करने का निर्णय लिया गया है। सरकारी व गैर सरकारी भवनों पर तड़ित चालक की व्यवस्था हो इसके लिए सरकार ने विद्युत कार्य प्रमंडल भवन निर्माण विभाग को जबावदेही दी है। सरकार के आदेश के बाद विभाग ने इस दिशा में तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में विभाग ने मुख्य भवन पर तड़ित चालक यंत्र लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए विभाग ने स्टीमेट भी तैयार कर लिया है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर ¨सह से तकनीकी अनुमोदन कराने के बाद राशि आवंटन की मांग की है। बताया जाता है कि 42 लाख रुपये में शहर के सभी प्रमुख सरकारी भवनों पर तड़ित चालक यंत्र लगा दिया जाएगा। निगम की ओर से राशि आवंटन के बाद निविदा की प्रक्रिया अपनाने की बात कही गई है।
इन भवनों पर लगाया जाएगा तड़ित चालक :
प्रथम चरण में प्रमुख सरकारी भवनों में तड़ित चालक लगाने के लिए विभाग ने निर्णय लिया है। इसमें प्रमंडलीय कार्यालय, समाहरणालय, कोषागार, आयुक्त व डीएम आवास, नगर निगम, विकास भवन, टाउन हॉल व कमला नेहरू लाइब्रेरी आदि प्रमुख जगहों पर तड़ित चालक लगाने के लिए स्टीमेट बनाया गया है। कार्य पूरा होने के बाद शेष बचे सरकारी भवनों में तड़ित चालक लगाने की बात कही गई है।
आम लोगों को भी किया जाएगा जागरूक :
आम लोगों के मकान में तड़ित चालक की सुविधा हो इसके लिए विभाग की ओर से जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। बताया जाता है कि आए दिन घटित घटनाएं को देख सरकार ने आम लोगों को अपने-अपने घर में तड़ित चालक लगाने का अनुरोध किया है। इस यंत्र के लगाने से क्या-क्या लाभ मिल सकता है इसे बताने के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाने की बात कही गई है।
11 जिलों का मॉडल होगा दरभंगा :
सरकार उत्तर बिहार के 11 जिलों में सबसे पहले दरभंगा शहर में तड़ित चालक की सुविधा प्रदान कर एक मॉडल पेश करना चाह रही है। सफलता मिलने के बाद सरकार समस्तीपुर व मधुबनी में यह सुविधा प्रदान करेगी। इसके बाद सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, खगड़िया व बेगूसराय जिले के प्रमुख भवनों में तड़ित चालक लगाने की घोषणा की है।
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वज्रपात से बचाव के लिए प्रथम चरण में शहर के प्रमुख भवनों में तड़ित चालक लगाया जाएगा। तकनीकी अनुमोदन की स्वीकृति के बाद राशि आवंटन की मांग की गई है। नगर निगम से राशि मिलने के बाद ही निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
अभय कुमार - कार्यपालक अभियंता, विद्युत कार्य प्रमंडल भवन निर्माण विभाग
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इनसेट : ऐसे लगाया जाता है तड़ित चालक :
दरभंगा : मानसून की दस्तक के साथ ही बादलों का गर्जन व बिजली का चमकना शुरू हो जाता है। इससे जिले में हर वर्ष दर्जनों लोगों की जानें चली जाती हैं। इससे बचने के लिए हर लोग को अपने मकान के उपर तड़ित चालक लगाना चाहिए। तड़ित चालक एक धातु की छड़ होती है। जिसे उंचे भवनों की आकाशीय विद्युत से रक्षा के लिए लगाया जाता है। तड़ित चालक का उपरी सिरा नुकीला होता है। इसे भवनों के सबसे ऊपरी हिस्से में लगाया जाता है। इसे किसी चालक तार आदि से जोड़कर धरती के संपर्क में लाया जाता है7