दरभंगा में हो सकती तेज बारिश
दरभंगा। राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा व भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वान
दरभंगा। राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा व भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर बिहार के जिलों में 29 से 31 मई तक गरज के साथ बारिश होगी। मधुबनी, पूर्वी व पश्चिमी चम्पारण, दरभंगा व बेगूसराय जिलों में अधिक बारिश का पूर्वानुमान किया गया ह ।
किसानों के लिए सलाह :
- हरी खाद के लिए सनई और ढ़ैचा की बुआई करें। हरा चारा के लिए मक्का, ज्वार, बाजरा तथा लोबिया की बुआई करें।- खरीफ प्याज की खेती कें लिए नर्सरी (बीजस्थली) की तैयारी करें। स्वस्थ पौध के लिए नर्सरी में गोबर की खाद अवश्य डालें।- खरीफ धान के बिचड़ो को बीजस्थली में गिराने का काम करें। बीज गिराने से पहले 2.0 ग्राम बविस्टीन प्रति किग्रा बीज की दर से उपचारित करें।- हल्दी की बुआई करें। हल्दी की राजेन्द्र सोनिया, राजेन्द्र सोनाली किस्में उत्तर बिहार के लिए अनुशंसित है। बुआई से 25 से 30 दिन पूर्व प्रति हेक्टेयर 25 से 30 टन गोबर की सड़ी खाद खेत मे डालें तथा अन्तिम जुताई में नेत्रजन 60 से 75 किलोग्राम, स्फूर 50 से 60 किलोग्राम, पोटास 100 से 120 किलोग्राम एवं ¨जक सल्फेट 20 से 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करें। हल्दी के लिए बीज दर 20 से 25 ¨क्वटल प्रति हेक्टेयर रखें।
- अदरक की बुआई करें। अदरक की मरान एवं नदिया किस्में उत्तर बिहार के लिए अनुशंसित है। बुआई से 25 से 30 दिन पूर्व प्रति हेक्टेयर 25 से 30 टन गोबर की सड़ी खाद खेत में डालें तथा अंतिम जुताई में नेत्रजन 30 से 40 किलोग्राम, स्फूर 50 किलोग्राम, पोटास 80 से 100 किलोग्राम ¨जक सल्फेट 20 से 25 किलोग्राम एवं बोरेक्स 10 से 12 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करें। अदरक के लिए बीज दर 18 से 20 ¨क्वटल प्रति हेक्टेयर रखें। बीज प्रकन्द का आकार 20-30 ग्राम जिसमें 3 से 4 स्वस्थ कलियां हो।- ओल की फसल की रोपाई शीघ्र संपन्न करें। रोपाई के लिए गजेन्द्र किस्म अनुशंसित है।