हुजूर दूनू लड़की मिलके जाने मार देलक : पीड़िता
दरभंगा । जाले में 15 साल की महादलित लड़की को नंगा करके एसिड फेंकने की दिल दहला देने वाली हृदय विदाकर
दरभंगा । जाले में 15 साल की महादलित लड़की को नंगा करके एसिड फेंकने की दिल दहला देने वाली हृदय विदाकर घटना जिले ही नहीं बिहार को हिला कर रख दिया है। एसिड एटैक पीड़िता से रविवार को पूर्व सीएम जीतन राम मांझी मिलने डीएमसीएच पहुंचे। पीड़िता से श्री मांझी जैसे ही सवाल किए कि किसने उसका ऐसा हाल किया। पीड़िता ने एक स्वर से अपनी आपबीती सुनानी शुरू की। उसने कहा हुजूर दूनू लड़की मिलके जाने मार देलक। उसने कहा कि दूनू के नै जानै छी। हमरा साथे एना किए कैलक नै जाने छी। इसके बाद पूरी घटना की वृतांत एक सांस में बता दी। पीड़िता के पिता जाले के मुसहरी टोला निवासी रामसेवक सदा ने श्री मांझी को बताया कि वह मजदूरी करता है। मजदूरी करके वह घर लौटा ही था कि एक ग्रामीण ने बताया कि उनकी बेटी को ईट-भटठा के नजदीक कोई मार दिया। भागते हुए वह वहां पहुंचा। लेकिन, बेटी की हालत को देखने के बाद वह पहचान भी नहीं पाए। लेकिन, जब उसने बाबू-बाबू हल्ला किया तो मुझे समझ में आया कि वह मेरी बेटी संजू है। उन्होंने बताया कि वह नग्न अवस्था में लहूलुहान पड़ी हुई थी। वह भागते हुए बगल में एक मुस्लिम समुदाय के यहां गया। वहां से कपड़ा व खटिया लाकर इलाज के लिए ले गया। श्री मांझी के पूछने पर बताया कि डीएमसीएच में इलाज में कोई परेशानी नहीं हो रही है। उसने बताया कि उन्हें मदद के रूप में जिला प्रशासन ने 90 हजार रुपये का चेक भी दिया है। श्री सदा ने सिर्फ इतना भर कहा कि सर उनकी बेटी का यह हश्र करने वालों को जल्द सजा मिले। इस पर श्री मांझी ने आश्वासन दिया कि उन्हें अभी और मदद मिलेगी। साथ ही न्याय भी मिलेगा। इसके लिए वे अधिकारी से बात की है।
अब कैसे होगी बेटी की शादी :
एसिड एटैक से बुरी तरह जल च की संजू के पिता रामसेवक सदा को अब ¨चता सताने लगी है कि उनकी बेट की शादी कैसे होगी। उन्होंने बताया कि वह बेटी की शादी करने की सोच रहा था। बेटी की शादी के लिए तैयारी भी कर रहे थे। लेकिन, इस हालत में अब उसकी शादी कैसे होगी।
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पुलिस रही चौकस, डीएमसीएच प्रशासन ने नहीं ली सुधि
दरभंगा : एसिड एटैक पीड़िता से मिलने के लिए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी शनिवार की देर शाम ही दरभंगा पहुंच चुके थे। इसकी जानकारी जिला-प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन को भी थी। श्री मांझी के डीएमसीएच पहुंचने से पहले डीमसीएच में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए थे। श्री मांझी के आने से पहले सदर एसडीपीओ दिलनवाज अहमद डीएमसीएच पहुंच चुके थे। वहीं श्री मांझी के काफिला का स्काट करते हुए लहेरियासराय थानाध्यक्ष जेपी ¨सह भी पहुंचे थे। लेकिन, डीएमसीएच प्रशासन ने पूर्व सीएम के डीएमसीएच पहुंचने को तबज्जो ही नहीं दिया। हाल यह रहा कि पूर्व सीएम के आने के बाद भी अस्पताल प्रशासन के कोई भी अधिकारी आगवानी में नहीं आए। साथ ही सर्जरी विभाग जहां उक्त पीड़िता का इलाज चल रहा है। वहां के भी विभागाध्यक्ष और न ही यूनिट इंचार्ज ही वहां आए। हालांकि, पूर्व सीएम के आने की खबर पर सफाईकर्मी जरूर हड़कत में थे। उनके आने की सूचना पर सर्जिकल भवन में सफाई की विशेष व्यवस्था देखी गई।
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