दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड की लूप लाइन की बढ़ाई जाएगी गति
दरभंगा। दरभंगा जंक्शन पर रेल संरक्षा आयोग के पूर्वी प्रमंडल के मुख्य रेलवे संरक्षा आयुक्त प्रमोद कुम
दरभंगा। दरभंगा जंक्शन पर रेल संरक्षा आयोग के पूर्वी प्रमंडल के मुख्य रेलवे संरक्षा आयुक्त प्रमोद कुमार आचार्य के निरीक्षण से पूरे दिन हड़कंप मचा रहा। ट्रैक व प्वाइंट पर उन्होंने कई खामिया पकड़ीं। इंजीनिय¨रग सेल के संबंधित कर्मियों से जब उन्होंने सवाल किया तो सभी के चेहरे से पसीना उतर गया। वे पैनल के रख-रखाव से खासा नाराज थे। निरीक्षण के क्रम में स्थानीय कर्मियों की जगह मंडल स्तर के अधिकारियों को कई बार फटकार लगाई। व्यवस्था को देखकर वे इस तरह नाराज थे कि वे गुस्से में कई बार कड़े शब्दों का उपयोग तक कर डाले। उन्होंने साफ-साफ कहा कि सभी कर्मियों को हमेशा सतर्कता बरती होगी। इसके प्रति सभी को गंभीर होने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिस स्टाइल से काम किया जा रहा है ऐसे में काम नहीं चलने वाला है। उन्होंने प्वाइंट संख्या 51 व 52 को बारीकी के साथ बड़ी देर तक देखा। 13 दिन पूर्व प्वाइंट संख्या 51 के फेल होने का कारण भी जाना। उन्होंने कहा कि कार्य के प्रति सजग नहीं रहने के कारण ऐसी घटना घटती है। मालूम हो कि 13 नवंबर की रात दरभंगा जंक्शन स्थित म्यूजियम गुमटी के सिग्नल प्वाइंट संख्या 51 के फेल हो जाने से बड़ा हादसा टल गया था। प्वाइंट का स्ट्रेचर वार का रॉड टूट जाने से प्वाइंट मूव करना बंद कर दिया अर्थात पैनल पूरी तरह से जाम हो गया। सिग्नल फेल होने से सभी लाइट भी बंद हो गई। इसके बाद सभी गाड़ियों को परिचालन प्लेटफार्म संख्या एक की जगह दो, तीन व चार से किया गया। रात के आठ बजे से लेकर 12 बजे तक दरभंगा जंक्शन पर सभी गाड़ियों को मैनुअल रूप से लाया गया। घटना की सूचना मिलते ही डीआरएम सुधांशु कुमार शर्मा ने अहले होकर घटना स्थल का मुआयना किया था। लेकिन, 13 दिनों के बाद भी संबंधित शाखा के कर्मियों ने तकनीकि व्यवस्था को सु²ढ़ नहीं कर पाया। सीआरएस के निरीक्षण से यह साफ हो गया कि डीआरएम के पूर्व आदेशों का कर्मियों ने शत प्रतिशत पालन नहीं किया। इधर, सीआरएस ने मंडल स्तर के अधिकारियों के साथ बेहतर संरक्षा को लेकर दो बार बैठक की। पहली बैठक में स्थानीय स्तर पर क्या-क्या तकनीकि समस्या है उससे वे अवगत हुए तो दूसरी पाली की बैठक में कर्मियों की लापरवाही को कैसे दुरूस्त किया जाए इस पर विचार किया।
निरीक्षण के क्रम में सीनियर डीसीएम बीएम प्रसाद वर्मा, सीनियर डीइएन समन्वयक महबूब आलम, एसडीइएन वन सुमन भारती, सीनियर डीएसटीई केसी शर्मा, सीनियर डीएमओ बीके दास, सीनियर एसटीई योजना जगमोहन राम, सीनियर डीएसओ एके पांडे, आरपीएफ कमांडेट वीके पंडित, स्टेशन अधीक्षक मनहर गोपाल, इंस्पेक्टर अजय प्रकाश, डीसीआई राजेश रंजन प्रसाद, सीआरएस एसएन प्रसाद, संचार अभियंता एसके झा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
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रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड का आमान परिर्वतन मार्च तक
दरभंगा : दरभंगा जंक्शन के निरीक्षण के दौरान पूर्वी प्रमंडल के मुख्य रेलवे संरक्षा आयुक्त प्रमोद कुमार आचार्य ने कहा कि बहुत जल्द दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड की लूप लाइन की गति बढ़ाई जाएगी। इसकी तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि अभी 15 केएमपीएच की स्पीड से पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन कराने से विलंब का सामना करना पड़ रहा है। मालूम हो कि मेन लाइन में अभी सौ की गति है और लूप लाइन में 15 की। अब इस स्पीड को दो गुणा वृद्धि करने की योजना है। इसी तरह मान¨सह-सहरसा रेलखंड पर भी ट्रेनों की गति को भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बनमंखी-पूर्णिया कोर्ट व रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड का आमान परिर्वतन हर हाल में मार्च माह तक पूरा कर लिया जाएगा। खगड़िया-हसनपुर रेलखंड पर उन्होंने कहा कि हाल के निरीक्षण में वहां की सारी तैयारी संतोषजनक पाया गया। लेकिन, अन्य जगहों पर और बेहतर करने की जरूरत है। ऑपरेशन व सेटस में और सुधार लाने की बात उन्होंने कही।
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सीनियर डीसीएम ने स्वयं की टिकट जांच :
दरभंगा जंक्शन पर एक तरफ सीआरएस का निरीक्षण चल रहा था तो दूसरी ओर सीनियर डीसीएम बीएम प्रसाद वर्मा ने स्वयं टिकट जांच की। इस दौरान उन्होंने कई बेटिकट को पकड़ आरपीएफ के हवाले कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही सभी टीटी ने चे¨कग अभियान की तरह हर जगह पर मोर्चा संभाल लिया। आरपीएफ के दर्जन से उपर जवानों ने भी यात्रियों का टिकट चेक करना शुरू कर दिया। टिकट चेक होने की सूचना के बाद जंक्शन पर हड़कंप मच गया। बेटिकट यात्री बच कर निकलने की कोशिश की। लेकिन, आरपीएफ के जवानों के सामने एक नहीं चली और भागने वाले सभी पकड़े गए। सीनियर डीसीएम ने पकड़े गए बेटिकट यात्रियों से जुर्माना की राशि वसूलने का निर्देश दिया। मौके पर सीटीआई पवन ¨सह सहित कई रेलवे कर्मी उपस्थित थे।