हाई वोल्टेज ड्रामा से सात घंटे तक लावारिस बना डीएमसीएच
दरभंगा, संस : निलंबित डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. शंकर झा के कारण बुधवार को सात घंटे तक हाइ वोल्टेज ड्रा
दरभंगा, संस : निलंबित डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. शंकर झा के कारण बुधवार को सात घंटे तक हाइ वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। इतने घंटे तक डीएमसीएच लावारिस बना रहा। कारण रहा कि निलंबित अस्पताल अधीक्षक डॉ. शंकर झा ने आज अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. बालेश्वर सागर को अधीक्षक का प्रभार दे दिया। इसके साथ ही मो. नं. 9470003252 और वाहन की चाभी भी सौंप दी। इसकी सूचना पटना तक पहुंच गई।
प्राचार्य को आदेश :
स्वास्थ्य विभाग पटना के एक अधिकारी ने प्राचार्य डॉ. आरके सिन्हा से सम्पर्क साधा। निर्देश दिया गया कि वरीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. संतोष कुमार मिश्र को प्रभारी अस्पताल अधीक्षक का पद भार ग्रहण करने का आदेश जारी करें। इस निर्देश पर प्राचार्य डॉ. सिन्हा ने दोपहर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एसके मिश्रा को अस्पताल अधीक्षक का प्रभार लेने के साथ वाहन और मोबाइल भी अपने कब्जे में लेने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. बालेश्वर सागर ने वाहन की चाभी चालक को सौंप दी। लेकिन, अस्पताल अधीक्षक का मोबाइल अपने पास ही रख लिया।
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. बालेश्वर सागर ने जताया विरोध
प्राचार्य के आदेश जारी होते ही अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. बालेश्वर सागर ने आज प्रमंडलीय आयुक्त से लेकर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया कि बिहार सरकार के वरीयता सूची के क्रमांक 5963 बैच 1983 में उनका नाम अंकित है। जबकि, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एसके मिश्रा की वरीयता सूची का क्रमांक 6508 है और वे 1988 बैच के पदाधिकारी हैं। इस आधार पर अस्पताल अधीक्षक का प्रभार देने हेतु आवश्यक कार्रवाई की जाए। इधर, डॉ. बालेश्वर ने आज प्राचार्य को भी पत्र दिया है, जिसमें वरीय का प्रमाण पत्र सौंपा है। साथ में कहा है कि स्वास्य विभाग के आदेश आने के बाद आदेश का पालन करेंगे।
क्या है सरकारी आदेश :
स्वास्थ्य विभाग के जारी आदेश में कहा गया है कि अस्पताल अधीक्षक डॉ. शंकर झा के निलंबन के बाद वरीय अस्पताल उपाधीक्षक केा अस्पताल अधीक्षक का प्रभार दिया जाय। अस्पताल अधीक्षक के नियमित पदस्थापन होने तक इस संस्थान के प्रभारी अस्पताल अधीक्षक पद पर वरीय अस्पताल उपाधीक्षक बने रहेंगे।
डॉ. एसके मिश्रा ने कहा वरीय मैं हूं
प्रभारी अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसके मिश्रा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के जारी आदेश में वरीय अस्पताल उपाधीक्षक को अस्पताल अधीक्षक का प्रभार ग्रहण करने का आदेश है। न की सेवा में जो वरीय है, उन्हें अस्पताल अधीक्षक का प्रभार मिलेगा। वह दिनांक 10.8.2010 से लगातार अस्पताल उपाधीक्षक के पद पर हैं। जबकि, डॉ. बालेश्वर सागर दिनांक 01.7.14 से अस्पताल उपाधीक्षक के पद पर हैं। इसी आधार पर उन्हें अस्पताल अधीक्षक का प्रभार मिला है।
निलंबन के बाद भी वाहन का किया उपयोग
निलंबित अस्पताल अधीक्षक डॉ. शंकर झा निलंबन के 24 घंटे तक सरकारी वाहन और मोबाइल का उपयोग करते रहे। वे बुधवार को दोपहर में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. बालेश्वर सागर को अस्पताल अधीक्षक का प्रभार देकर रवाना हो गए। स्वास्थ्य विभाग ने पांच मई की दोपहर में डॉ. झा के निलंबन का आदेश नेट पर जारी कर दिया था। इसके बाद भी डॉ. झा उस दिन शाम तक चैम्बर में बने रहे। वे आज भी करीब 10.30 बजे सुबह में अस्पताल अधीक्षक के वाहन पर इमरजेंसी वार्ड से अस्पताल अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। वे आज 1.30 बजे दिन में डॉ. बालेश्वर सागर को अस्पताल अधीक्षक का प्रभार के साथ वाहन की चाभी और मोबाइल सौंप कर विदा हो गए।