गेहूं की फसल अंकुरित नहीं होने से किसान परेशान
दरभंगा, संस : बहादुरपुर प्रखंड की बिउनी पंचायत के आधा दर्जन किसानों के खेत में गेहूं की बुआई के एक म
दरभंगा, संस : बहादुरपुर प्रखंड की बिउनी पंचायत के आधा दर्जन किसानों के खेत में गेहूं की बुआई के एक माह से अधिक होने के बावजूद फसल अंकुरित नहीं होने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि इन किसानों ने अनुदानित दर पर बीएओ द्वारा लगाए गए शिविर में गेहूं की जीरो टिलेज किस्म की बीज खरीदी थी। खेतों में बीज अंकुरित नहीं होने पर इन प्रभावित किसानों में जबर्दस्त आक्रोश है। किसान हरेन्द्र सिंह, ब्रजेन्द्र सिंह, ग्रनेन्द्र सिंह, राम प्रकाश सिंह व राजीव कुमार सिंह ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा लगाए गए शिविर में चार बैग गेहूं का बीज खरीदा। उसे अपने 4.5 एकड़ खेतों में बुआई की। जब गेहूं का पौधा नहीं निकला तो कुछ अनुभवी किसानों ने बताया कि खेत में पटवन कर दें, शायद पौधा निकल आए। परंतु अभी तक बीज अंकुरित नहीं हो पाया। दो दिनों पूर्व बीएओ से इसकी शिकायत की। परंतु कोई भी कृषि से संबंधित पदाधिकारी देखने तक नहीं पहुंचे। बताया जाता है कि पंचायत के किसान सलाहकार और कृषि समन्वयक बुआई के समय नदारद रहते हैं। जब इस संबंध में किसान सलाहकार सुरेश पासवान और कृषि समन्वयक कौशल कुमार सिंह से पूछा गया तो इन दोनों ने कहा कि अगर खेतों के गेहूं अंकुरित नहीं हुई है तो इसमें हम क्या कर सकते हैं। जबकि, इन्हीं दोनों पदाधिकारियों की जवाबदेही होती है कि किसानों को प्रशिक्षित करने के उपरांत खेतों में सरकार द्वारा अनुदानित दर पर उपलब्ध कराए गाए बीज की बुआई कराना। इधर, बीएओ चुल्हन राम ने बताया कि मुझे किसान सलाहकार ने बताया गया कि किसान द्वारा गेहूं बीज के साथ खर पतवार नष्ट करने के लिए जो रसायन दिया गया था, उसीका अधिक इस्तेमाल करने से ऐसा हुआ है। डीएओ राधारमण का भी यही कहना है कि किसान प्रशिक्षण के अभाव में बीज के साथ केमिकल मिलाकर बुआई किए। इस कारण ऐसा हुआ है। उन्होंने बताया कि कुशेश्वरस्थान, दरभंगा सदर और अन्य प्रखंडों से ऐसी शिकायतें मुझे प्राप्त हुई थी। मैने गुप्त तरीके से बीज की जांच कराई थी। किसानों के बीच जो बीज वितरित की गई है, वह सही है।