राष्ट्रीय एकता के लिए विवि में दौड़ के साथ संगोष्ठी
दरभंगा, संस : लनामिविवि में शुक्रवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयेाजित किए गए।
दरभंगा, संस : लनामिविवि में शुक्रवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयेाजित किए गए। प्रभारी कुलपति डॉ. बीके सिंह की अध्यक्षता में सुबह नौ बजे आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। प्रभारी कुलसचिव डॉ.अजीत कुमार चौधरी ने उपस्थित पदाधिकारियों,कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय एकता के लिए शपथ दिलाई। इसके बाद सभी लोग रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में शामिल हुए। विवि मुख्यालय से चौरंगी तक दौड़ आयोजित किया गया। फिर दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सभागार में संगोष्ठी हुई। इसमें प्रोवीसी डॉ. मुमताजुद्दीन ने कहा कि किसी भी महापुरूष की तुलना एक दूसरे से न करें। सभी अपने आप में व्यक्तित्व के धनी थे। सरदार पटेल ने भारत की एकता के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। मौके पर प्रॉक्टर डॉ. अजयनाथ झा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. कुलानंद यादव, उप कुलसचिव डॉ. इंसान अली, विकास पदाधिकारी डॉ. केके साहु, डॉ. तुषार कांत झा, डॉ. बीबीएल दास, डॉ. श्यामचंद्र गुप्ता, डॉ. अरुण कुमार मिश्र, डॉ. जगदीश प्रसाद यादव, छात्र महताब आलम आदि ने अपने विचार रखे। वक्ताओं ने विवि में सरदार पटेल का चेयर स्थापित करने की मांग की। दूसरी ओर कासिंदसंविवि में कुलपति डॉ.देव नारायण झा की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किए गए। उन्होंने कहा कि वैदिक संस्कृति के अनुकूल देश की एकता व अखंडता सुरक्षित है। देश में सरदार पटेल की शिक्षा नीति अपनाने की जरूरत है। मोके पर डॉ. विद्येश्वर झा, डॉ. शशिनाथ झा, डॉ. रामचंद्र झा, डॉ. दिलीप कुमार झा आदि ने विचार रखे। संचालन डॉ. सुरेश्वर झा व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विमल नारायण ठाकुर ने किया।
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पीजी इतिहास विभाग में सेमिनार के लिए पंजीयन प्रारंभ
दरभंगा, संस : लनामिविवि के पीजी इतिहास विभाग में 22 व 23 नवंबर को आयेाजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के लिए पंजीयन प्रारंभ हो चुका है। भारत-नेपाल संबंध संभूत और संभावना विषय पर आयोजित सेमिनार में भाग लेने वाले शिक्षकों व शोधार्थियों को बतौर पंजीयन शुल्क एक हजार रुपये नगद जमा करना होगा। सेमिनार के संयोजक डॉ. धर्मेद्र कुमर ने बताया कि सेमिनार विवि के बहुद्देशीय भवन में आयोजित किया जाएगा। इसमें कई विश्वविद्यालयों के विद्वानों ने संसाधन पुरूष के रूप में उपस्थिति की स्वीकृति दी है।
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