काली पूजा : चहुंओर लगे काली के जयकारे
दरभंगा, जासं : गुरुवार की रात एक तरफ ज्योति पर्व के बीच लक्ष्मी-गणेश पूजा की धूम तो दूसरी ओर असुरों
दरभंगा, जासं : गुरुवार की रात एक तरफ ज्योति पर्व के बीच लक्ष्मी-गणेश पूजा की धूम तो दूसरी ओर असुरों का संहार करने वाली भगवती काली की पूजा की व्यवस्था में जुटे रहे भक्त। आधी रात होते ही उनकी विधिवत पूजा शुरू हो गई। काली मंदिरों के साथ ही सार्वजनिक पूजा पंडालों से शंख व घंटे के स्वर गूंज उठे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुरोहित ने पूजन आरंभ कराया। मंत्र दोहराते यजमान माता को जल, फूल, चंदन, सिंदूर, अक्षत चढ़ाते उनकी पूजा में लगे रहे। काले रंग की मुंडमाल धारण किए, एक हाथ में खप्पड़ व दूसरे में तलवार लिए जिह्वा निकाले भगवती के सामने धूप-धूमन के सुगंधित धुएं उठते वातावरण को खुशबू से भरते रहे और भक्त जन उनके सामने हाथ जोड़े कल्याण का आशीष मांगते रहे। पूजन के उपरांत सामूहिक आरती हुई और फिर गूंज उठे आराधना व क्षमा प्रार्थना के स्वर। शहर में सैदनगर काली मंदिर के साथ ही राज परिसर स्थित श्यामा काली व कंकाली मंदिर सहित कादिराबाद, कटहलबाड़ी, शिवाजी नगर, लहेरियासराय, गांधी चौक, बंगलागढ़ व सारामोहनपुर पूजा पंडालों में भक्तों की भीड़ लगी रही।