चावल में छिपकली, मची अफरा-तफरी
फोटो-25 डीआरजी 42 व 43
- सूचना मिलते ही पहुंचे जिले व प्रखंड एमडीएम प्रभारी
- आक्रोशित ग्रामीणों ने एचएम पर लगाए कई आरोप
बहेड़ी, संस : सिरुआ गांव के प्राथमिक विद्यालय धर्मशाइर पोखर में शुक्रवार को एमडीएम के चावल में छिपकली मिलने से अफरा-तफरी मच गई। किचेन शेड में बने चावल से भरी टोपिया से चावल निकालने के बाद छिपकली पर एक छात्रा की नजर पड़ी। इसके बाद भागते हुए घर पहुंच परिजनों को इससे अवगत कराया। इसकी जानकारी प्रखंड एमडीएम प्रभारी व जिला एमडीएम प्रभारी को भी मिली। दोनों हाकिमों के पहुंचते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने एचएम पर कई आरोप लगाया। जिला एमडीएम प्रभारी शिशिर मिश्रा ने चावल में मिली छिपकली को बारीकी से देखते हुए उसे चावल समेत मिट्टी के नीचे डलवा दिया। इसके बाद श्री मिश्रा ने किचेन शेड को देखा जहां बनी चूल्हे के निकट सिमेंट के पैकेट को देख उबल पड़े। वही किचेन शेड में चावल के बारे में जानकारी लेने पर बताया गया कि किसी अन्य विद्यालय में चावल रखा जाता है। जहां से प्रति दिन उपयोग के हिसाब से चावल लाया जाता है। इसे लेकर एचएम सोनी कुमारी ने तत्कालीन चेन शेड की स्थिति को देखते बाहर चावल रखने की बात कही। जांच के दौरान श्री मिश्रा ने एचएम, सहायक शिक्षिका, सचिव व रसोईया की बातों को कलमबद्ध किया। बताया जाता है कि भोजन बनाने के बाद रसोईया सुनीता देवी चापाकल पर बर्तन साफ करने गई थी। इसी बीच पांचवीं कक्षा का छात्र रघुनाथ किचेन शेड से खाना निकालने गया। दो चार चम्मच चावल निकालने के बाद उसकी नजर छिपकिली पर पड़ी। उसने शिक्षिकाओं के साथ ग्रामीणों को भी अवगत कराया। एचएम ने चावल में छिपकिली देख पुन: रसोइया से चावल बनवा कर छात्रों को खिलाया। लेकिन, ग्रामीणों आक्रोश नहीं थमा। आक्रोशित ग्रामीण विद्यालय में रसोईया का चयन नहीं रने व पूर्व में पोषक क्षेत्र से बाहर के अज्ञात व्यक्ति को भुगतान करने की शिकायत की।
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