वसूली के बाद पुलिस ने छोड़ी गाड़ी
बक्सर। आम आदमी की सुरक्षा में तैनात पुलिस किस तरह भयादोहन कर उन्हीं से वसूली करती है,
बक्सर। आम आदमी की सुरक्षा में तैनात पुलिस किस तरह भयादोहन कर उन्हीं से वसूली करती है, इसका इसका नमूना ब्रह्मपुर में देखने को मिला। पुलिस ने रात आठ बजे एक्सीडेंट की झूठी कहानी गढकर महिलाओं को भी नही बख्सा। उसे ब्रह्मपुर के एक व्यवसायी के धक्का मारने के एवज में दस हजार रुपये के भुगतान के बाद ही थाने से जाने दिया गया।
थानाध्यक्ष मामले की जानकारी से पूरी तरह से अनभिज्ञता जता रहे हैं। ऐसे में जांच के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आ पायेगी। मामले में पुलिस के भयादोहन और आर्थिक दोहन का शिकार बने स्थानीय थाना क्षेत्र के रहथुआं गाव निवासी प्रो. गंगेश्वर पान्डेय की पुत्री पूजा पान्डेय अपनी भाभी और एक अन्य बहन का आरा से इलाज कर रात आठ बजे घर लौट रही थी। इसी बीच चौरस्ता के पास एक बाइक सवार ने पीछे से धक्का मार दिया। जबकि, बाईक सवार का कहना है कि उन्होंने ने ही मेरे गाडी़ में धक्का मारा है। और हमने महिलाओं को देखते हुए बिना कुछ कहे सुने उनलोगो को छोड दिया। इसके बाद बाकी पुलिस क्या करती हे इसकी जिम्मेवारी उनकी है। जबकि, गाडी के चालक व अन्य दो महिलायो का कहना है कि रुपया लेने के बाद सुबह में मेरी गाडी़ को छोडा गया। वहीं, इस बाबत थानाध्यक्ष महेन्द्र प्रताप ¨सह से बात की गई तो उनका कहना है कि इसकी जानकारी न तो पीडित परिजनो द्वारा दी गई और न ही मेरे किसी स्टाफ द्वारा। ऐसे में बिना जानकारी मिले हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की अपने स्तर से जांच करायेंगे। वहीं, मामला एसपी के पास भी पहुंच चुका है।