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फर्जी पेंशन को ले पंस पर प्रपत्र-क गठित

प्रखंड के मुरार पंचायत में फर्जी तरीके से उम्र बदलकर वृद्धावस्था पेंशन लेने का मामला तूल पकड़ने लगा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Feb 2017 06:46 PM (IST)Updated: Tue, 28 Feb 2017 06:46 PM (IST)
फर्जी पेंशन को ले पंस पर प्रपत्र-क गठित
फर्जी पेंशन को ले पंस पर प्रपत्र-क गठित

बक्सर। प्रखंड के मुरार पंचायत में फर्जी तरीके से उम्र बदलकर वृद्धावस्था पेंशन लेने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए वरीय अधिकारियों द्वारा पंचायत सचिव पर प्रपत्र क गठित किया गया है। हालांकि, आरोपी पंचायत सचिव ने कहा कि पेंशन के लिए प्राप्त आवेदन में उम्र बढा़कर वोटर कार्ड जमा किया गया है जिसके आधार पर आवेदन स्वीकृत हुआ।

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वहीं, फर्जी तरीके से गरीबों व असहायों की योजना राशि हड़़पने वालों पर कार्रवाई के साथ ही राशि रिकवरी की तैयारी भी चल रही है। इस कार्रवाई को लेकर पूरे इलाके में फर्जी तरीके से पेंशन की राशि लेने वालों में खलबली मची हुई है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोक शिकायत निवारण केन्द्र में फर्जी पेंशन का मामला आते ही अधिकारियों द्वारा जांचोपरांत मुरार के पंचायत सचिव लालसाहेब ¨सह के उपर आरोप लगाया गया है कि बगैर जांच किए इनके द्वारा फर्जी लोगों को पेंशन का लाभ दिलाया गया है। जिसके कारण प्रथम ²ष्टया पंचायत सचिव पर विभाग द्वारा प्रपत्र क गठित कर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।

क्या है मामला

मुरार पंचायत के कोन्हीं गांव में जज ¨सह नामक एक व्यक्ति द्वारा लोक शिकायत निवारण पदा. के यहां भरत यादव की पत्नी पर उम्र बढ़ा़कर पेंशन का लाभ लेने का आरोप लगाया गया। जबकि दो-तीन दिन बाद ही भरत ¨सह ने भी सुरेन्द्र ¨सह एवं इनकी पत्नी शकुंतला देवी, जयकिशुन ¨सह व इनकी पत्नी मान्ती देवी, कमला ¨सह एवं शिवमंगल ¨सह के खिलाफ फर्जी तरीके से असहाय व बुजुर्गो के लिए संचालित पेंशन योजना की राशि लेने का मामला उपोक्त पदाधिकारी के यहां उठाया गया। इसे गंभीरता से लेते हुए लोक शिकायत पदाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी से जांच प्रतिवेदन की मांग की गई है। बीडीओ द्वारा वृद्धापेंशन में फर्जीवाडा़ को लेकर ग्रासरूट से जांच-पड़़ताल कर संबंधित अधिकारी को प्रतिवेदन सौंपा गया।

कहते हैं पंचायत सचिव

मुरार के पंचायत सचिव लालसाहेब ¨सह जिनके खिलाफ प्रपत्र क गठित किया गया है ने बताया कि उपरोक्त फर्जी लाभुकों द्वारा पहले ही फर्जी मतदाता पहचान पत्र के साथ आवेदन दिया गया। इसके आधार पर पेंशन का आवेदन स्वीकृत किया गया।

बयान

पंचायत सचिव के स्वीकृत आवेदन पर जारी किए गए पेंशन का मामला प्रथम ²ष्टया फर्जी निकला। प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई की गई है। फर्जी तरीके से पेंशन का लाभ लेने वालों से राशि रिकवरी की तैयारी चल रही है।


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