श्रावणी छटा में खुशगवार हुई फिजां
बक्सर : जुलाई के महीने में कमोवेश प्रतिदिन बारिश हुई है। सावन मास को ही लें तो पिछले एक
बक्सर : जुलाई के महीने में कमोवेश प्रतिदिन बारिश हुई है। सावन मास को ही लें तो पिछले एक सप्ताह में 23 तारीख को छोड़ लगभग सभी दिन बारिश हुई है। जिससे मौसम खुशगवार हो गया है।
बुधवार को भी आसमान से रिमझिम-रिमझिम बुंदाबांदी होती रही। इसके कारण जहां वातावरण में धूल का उड़ना कम हो गया है।
वहीं, वृक्षों के धुले पत्तों के कारण चहुंओर हरियाली छाई हुई है। जहां पशु-पक्षी सभी खुश हैँ। वहीं, कृषकों के खेतों में भी हरियाली छाने लगी है। इस बाबत कृषि विशेषज्ञ डा. देवकरण ने बताया कि बुधवार की दोपहर दो बजे तक 50 मिलीमीटर बारिश मापी गई। उन्होंने बताया कि केवल इटाढ़ी क्षेत्र को ही लें तो जहां जून-जुलाई माह का औसत ग्राफ 465 एमएम बारिश का है। उसके एवज में आज दोपहर दो बजे तक इस क्षेत्र में 475 एमएम बारिश हुई है। यहां बता दें कि गत पांच सालों में मानसून को पहली बार इस कदर सक्रिय होते देखा गया है। अच्छी हो रही बारिश से किसान तो खुश है ही, आमजनों को भी काफी राहत है। वरना, अप्रैल माह के शुरुआती दौर से शुरू हुई गर्मी, जून के महीने में भी राहत नहीं दे सकी। इसकी वजह जून के महीने में औसत से काफी कम बारिश होने को माना जा रहा था। जो भी हो, फिलहाल मौसम के मिजाज ने सभी को खुश किये हुए है। अधिवक्ता विरेंद्र उपाध्याय, अभिकर्ता रजनीकांत पांडेय, एमआर संतोष पांडेय आदि जल निकासी को लेकर शहर की व्यवस्था पर नाखुश तो दिखे लेकिन, कहा कि यह तो गनीमत है, रूक-रूक कर बारिश हो रही है। जिसके कारण शहर में जलजमाव असहनीय प्रतीत नहीं हो रहा।