पीपा पुल से बदलेगी दियारा की किस्मत
बक्सर। एक साल में तीन अनशन के बाद आखिरकार पूरा हुआ ग्रामीणों का अरमान। दियारे क्षेत्र के
बक्सर। एक साल में तीन अनशन के बाद आखिरकार पूरा हुआ ग्रामीणों का अरमान। दियारे क्षेत्र के सबसे बडे आबादी वाले गांव नैनीजोर को दियारो से जोड़ने के लिए पीपा पुल का निर्माण प्रारंभ हो गया। इससे गंगा पार गांव के लोगों के खेती से लेकर पडोसी राज्य से संबंध स्थापित करने में दूरियां घट जायेंगी।
वर्षो से हो रही थी पीपा पुल निर्माण की मांग
प्रखंड के सबसे बडे दियारे का गांव नैनीजोर में गंगा नदी के बिहार घाट पर पीपा पुल निर्माण की मांग आजादी के बाद से उठती रही है। इसमें गाव के अलावा छोटकी नैनीजोर, महुआर व पडोसी राज्य के लोग भी मांग कर रहे थे।
2012 में सीएम ने किया दिया था आश्वासन
सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिला में अपने सरकारी कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय विधायिका व अन्य भाजपा नेताओं के बुलावे पर 2012 में बिहार घाट का दौरा कर हजारों लोगों की उपस्थिति में पीपा पुल बनवाने की घोषणा की। इसके बाद पुल के लिये विभागीय कवायद भी शुरु हुआ। लेकिन, बाद में मामला खटाई में किसी कारणवश चला गया।
एक साल में हुए तीन अनशन
पूर्व विधायक डा. स्वामीनाथ तिवारी ने उक्त जगह पुर पुल निर्माण के लिये एक साल में तीन बार अनशन किये। जिसमें पहली वार 26 जनवरी 2015 को अनशन पर बैठे। जिसमें पलामू सांसद बीडी राम की पहल पर एक सप्ताह बाद प्रशासन के आला हुक्मरानों की उपस्थिति में चार माह के अंदर उनकी मांगों को पूरा करने के आश्वासन पर अनशन समाप्त हुआ। अप्रैल माह में फिर अनशन पर बैठ गये। इस बार क्षेत्रीय सांसद के पहल पर अनशन समाप्त हुआ। बावजूद, साल बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद इस साल 26 जनवरी को पूर्व विधायक गांव के ठाकुरबाडी पर इस संकल्प के साथ अनशन पर बैठ गये कि जब तक पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होगा। वे अनशन नहीं तोड़ेंगे। इस बार सफलता मिल गयी।
ग्रामीणों में उत्साह
पीपा पुल निर्माण को गति मिलने के बाद ग्रामीणों में उत्साह का माहौल कायम है। ग्रामीण सह भाजपा नेता नर्वदेश्वर तिवारी, ध्रुव तिवारी, बुआ तिवारी, ओमप्रकाश तिवारी, गौरीशंकर तिवारी, शैलेन्द्र तिवारी, राजद नेता मैनेजर तिवारी, मुखिया राजकिशोर प्रसाद, ठाकुर प्रसाद ने जिला प्रशासन से लगायत पूर्व विधायक का अभार व्यक्त करते हुए खुशी जतायी है।