बजट में भटकी शहरी विकास की योजनाएं
डुमरांव नगर परिषद द्वारा सदन में गुरुवार को वर्ष 2017-18 के लिए पारित वार्षिक बजट पर नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने अलग अलग प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
बक्सर। डुमरांव नगर परिषद द्वारा सदन में गुरुवार को वर्ष 2017-18 के लिए पारित वार्षिक बजट पर नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने अलग अलग प्रतिक्रिया व्यक्त की है। नगर के वरिष्ठ नागरिक सत्यनारायण प्रसाद ने कहा कि नप द्वारा पेश किया गया बजट अधूरा है। राजस्व प्राप्तियों को सुनियोजित ढ़ंग से खर्च करने की योजना नगर परिषद के पास नहीं है। नप ने बजट पारित करने में अधिनियम का उल्लंघन किया है। नगर विकास विभाग को गत पांच वर्षो के अंकेक्षण प्रतिवेदन के आलोक में जांच करनी चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता श्रद्धानंद तिवारी ने कहा कि बजट समय पर पेश नहीं किया गया। जल्दबाजी में बुलाई गई बैठक के चलते कई वार्ड पार्षद प्रस्तुत बजट पढ़ नहीं पाए। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष शंभू शरण नवीन ने कहा कि नगर परिषद के बजट में चल संपत्ति का ब्यौरा अंकित नहीं है। बजट पेश करने में नगर परिषद ने नप के अधिनियम का खुला उल्लंघन किया है। आगामी वित वर्ष के प्राप्त राजस्व को खर्च करने की योजना तक नहीं बना पाई है। नगर के व्यवसायी व सामाजिक कार्यकर्ता शम्मी हाशमी ने कहा कि जिस नगर की साक्षरता दर 15 से 20 फीसद है। वहां की नगर परिषद द्वारा अंग्रेजी में बजट प्रस्तुत किया जाता है जो काफी चौंकाने वाला है। नगर के बब्लू केशरी ने कहा कि बजट में कुल राजस्व वर्ष 2017-18 के लिए प्राक्कलित कुल राजस्व प्राप्तियां और राजस्व खर्च असंतुलित व अधिक है। नगर के व्यवसायी अमरनाथ जायसवाल ने कहा कि बचत वाला बजट तो है पर खर्च करने की योजना नहीं बनाई गई है। इससे जाहिर होता है कि नप के नियम व कानून का उल्लंघन किया गया है।