पांच दिनों में ही गंदगी से बजबजाया शहर
बक्सर । नगर परिषद सफाई संवेदक का कार्य काल पिछले तीस अप्रैल को समाप्त हो गया है। इसके बाद शहर की सफा
बक्सर । नगर परिषद सफाई संवेदक का कार्य काल पिछले तीस अप्रैल को समाप्त हो गया है। इसके बाद शहर की सफाई का जिम्मा नप सफाई कर्मियों के हवाले कर दिया गया है। लेकिन, वे शहर को साफ-सुथरा रखने में असफल साबित हो रहे है। जबकि, नप कार्यालय में सफाई संसाधनों की कोई कमी नहीं है।
इसका नजारा स्टेशन रोड कमलदह तलाब, पीपीरोड, मेन रोड गोला बाजार, प्रधान डाक घर के समीप देखा जा सकता है। ठेकेदार के द्वारा सफाई का कार्य छोड़ने के पांच दिन बाद ही पूरा शहर गंदगी से बजबजाने लगा है।
पिछले वित्तीय वर्ष में ठेका पर सफाई व्यवस्था देने के बाद कम से कम मुख्य सड़कों पर दिन में कूड़े का ढेर नहीं दिखता था। अब शहर फिर पुरानी रंगत में लौट गया है। अपनी सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने हेतु नप ने हैण्ड ट्राली, डस्टबीन सहित ट्रैक्टर का इंजन व अन्य सफाई ट्रैक्टर को दुरुस्त कराया था। जिससे कभी स्वयं नगर की सफाई करना पड़े तो किसी प्रकार की समस्या न हो। इस संबंध में नप कार्यपालक पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि मजदूरों को नगर की पूरी तरह सफाई का कार्य सौंप दिया गया है। अंतिम चरण के मतदान के बाद नगर की पूरी तरह सफाई करायी जाएगी। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
नालियों में भरी गाद
बक्सर : पंद्रह जून से बिहार में मानसून के आने की संभावना है। प्रत्येक वर्ष इसी के मुताबिक नप नालियों की उड़ाही वर्षात से पूर्व कराता था। लेकिन, पूरे शहर के छोटी बड़ी लगभग पचास किलोमिट की नालियां अभी भी गाद से भरी पड़ी है। ऐसे में वर्षात के दिनों में नप के सभी वार्ड में जल जमाव होने की संभावना प्रवल हो गयी है। नप सूत्रों के मुताबिक 1 सितंबर से नप ने शहर की पूर्ण रूप से सफाई हेतु संवेदक को जिम्मा सौंपा था। लेकिन, वह भी नालियों की सफाई नहीं कर पाया। ऐसे में नालियां वर्षात के दिनों में आम जनों के लिए भारी समस्या की सबब बन सकती है।