धारा प्रवाहित तार की चपेट में आ मजदूर की मौत
बक्सर। बिजली विभाग की लापरवाही ने गुरुवार को एक मजदूर की जान ले ली। टूटे हुए धारा प्रवाहि
बक्सर। बिजली विभाग की लापरवाही ने गुरुवार को एक मजदूर की जान ले ली। टूटे हुए धारा प्रवाहित तार के संपर्क में आने के कारण हुई घटना। वहीं, मामले की सुचना के घंटों बाद भी प्रखंड विकास पदाधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। हालांकि, अंचलाधिकारी व थानाध्यक्ष ने मौके पर पहुंच आक्रोशित ग्रामीणों पर मरहम का लेप लगाने का भरपूर प्रयास किया। मामला स्थानीय थाना क्षेत्र के गायघाट के नंदपुर गांव का है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गायघाट पंचायत के नंदपुर गांव के रघुनी ठाकुर के 35 वर्षीय पुत्र संतोष ठाकुर सुबह साढे़ नौ बजे गांव के दक्षिण-पूरब के बधार में मवेश का चारा लेने जा रहा था। इसी बीच मस्जिद के पास वाले सुरेन्द्र पांडेय के खेत में घास गढने के नियत से पहुंचा। लेकिन, इसका उसे कोई अभास नहीं था कि इसमें ग्यारह हजार वोल्ट का धारा प्रवाहित तार टूटकर गिरा हुआ है। इसी दौरान तार से उसका पैर छू गया। जब तक वह माजरे को समझ पाता, तब तक काल बनकर आई बिजली ने उसे असमय काल के गाल में भेज दिया। कुछ देर बाद उधर गये ग्रामण माजरे को देखकर हतप्रभ रह गये। घटना की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फेैल गई। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना बिजली विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को दी। तब जाकर विभाग द्वारा बिजली काटा गया। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग को इसकी सूचना तीन दिन पूर्व दे दी गई थी। लेकिन, विभाग के लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों ने उदासीनता बरती। जिसका नतीजा सबके सामने है। विभाग की लापरवाही ने एक हंसते-खेलते परिवार का खेवनहार छीन लिया। मामले की सूचना पाकर अंचलाधिकारी भगवान ¨सह और थानाध्यक्ष महेन्द्र प्रताप ¨सह मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिये और आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया। हालांकि, बीडीओ को बार-बार सूचना देने के बाद भी वह मौके पर नहीं पहुंचे। बाद में पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रामाषिश यादव के काफी पहल के बाद परीवारीक लाभ के बीस हजार और मुखिया द्वारा तीन हजार कबीर अंत्येष्ठि योजना से परिजनों को सहायता उपलब्ध कराई गई। मृतक के चार पुत्री और तीन पुत्र हैं। जिसमें एक लडकी की अभी शादी हुई है। वहीं, पत्नी सहित अन्य का रो-रोकर हाल बेहाल है। समाजसेवी सुनिल ¨सह, सुरेश पान्डेय, टनटन ¨सह, रामाशंकर पान्डेय सहित अन्य ने मृतक के पुत्र को विभाग में नौकरी, नगद दो लाख का आर्थिक सहायता देने की मांग जिला प्रशासन से की है।