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जयंती पर याद किए गए उपन्यास सम्राट

बक्सर। नया बाजार स्थित डा.के.के. मंडल महिला महाविद्यालय के सभागार में हिन्दी साहित्य परिषद के तत्वा

By Edited By: Published: Fri, 31 Jul 2015 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2015 07:03 PM (IST)
जयंती पर याद किए गए उपन्यास सम्राट

बक्सर। नया बाजार स्थित डा.के.के. मंडल महिला महाविद्यालय के सभागार में हिन्दी साहित्य परिषद के तत्वावधान में एक समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उन्हें याद किया गया। कार्यक्रम में सबसे पहले उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा के साथ नमन करते हुए उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर का उल्लेख किया गया। इसके बाद Þ भारतीय किसानों का जीवन दशा -गोदान और प्रेमचंदÞ विषयक संगोष्ठी का आयोजन कर उनकी रचनाओं को सामाजिक परिप्रक्ष्य में लोक जीवन का आईना बताया गया।

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कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष रामाधार ¨सह ने की। जबकि मंच संचालन की जिम्मेदारी कालेज शिक्षक कमल बिहारी ¨सह ने संभाली। मुख्य अतिथि की हैसियत से संगोष्ठी में अपना विचार रखते हुए कालेज की प्राचार्य डा.इंदिरा वर्मा ने कहा कि प्रेमचंद का साहित्य समाजिक रीति-रिवाजों का दर्पण है। जिसमें आम से लेकर खास तक के रहन-सहन व चाल-चरित्र का वास्तविक चित्रण किया गया है। वही कमल बिहारी ¨सह ने प्रेमचंद की रचनाओं को ग्रामीण जीवन का चितेरा बताते हुए कहा कि उनकी लेखन शैली की सहजता के कायल कम पढ़े लिखे लोग से लेकर ऊंच शिक्षा प्राप्त साहित्य प्रेमी भी रहे हैं। संगोष्ठी को अंजू भारती, नेहा कुमारी, शालिनी कुमारी, रानी कुमारी, मधुबाला, सुरेन्द्र प्रसाद, शिव मंगल ¨सह, डा.परमहंस, सुरेन्द्र ¨सह व धीरेन्द्र ¨सह समेत अन्य शिक्षकों ने सबोधित किया।


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