जिला जज ने व्यवस्था सुधार का दिया निर्देश
बक्सर । डुमरांव में व्यवहार न्यायालय की स्थापना के महज 15 दिनों बाद ही जिला न्यायाधीश प्रदीप कुमार
बक्सर । डुमरांव में व्यवहार न्यायालय की स्थापना के महज 15 दिनों बाद ही जिला न्यायाधीश प्रदीप कुमार मलिक ने गुरूवार को न्यायालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दरम्यान जिला न्यायाधीश ने न्यायालय परिसर में जहां-तहां लगे अधिवक्ताओं के टेबल-कुर्सी को व्यवस्थित कराने व चहारदीवारी के पास लिटीगेट शेड का निर्माण कराने व परिसर में बाथरूम की व्यवस्था अविलंब कराने को लेकर संबधित अधिकारियों को निर्देश दिया। जबकि, अब तक चहारदीवारी निर्माण का काम पूरा नहीं होने व गेट नहीं लगाये जाने पर भवन निर्माण विभाग के प्रति क्षोभ व्यक्त किया। बाद में जिला न्यायाधीश ने मातहत न्यायिक पदाधिकारी सब-जज आशुतोष कुमार एवं मु¨सफ रविरंजन कुमार के साथ बैठकर न्यायिक कार्यो की समीक्षा की। वहीं, न्यायालय परिसर के अंदर स्थायी तौर पर नजारत की व्यवस्था को लेकर जगह का चयन किया। अनुमंडलाधिकारी को मिला प्रशस्ति-पत्रनिरीक्षण के क्रम में जिला न्यायाधीश श्री मलिक ने अनुमंडल व्यवहार न्यायालय भवन के निर्माण कार्य से लेकर उदघाटन तक अनुमंडलाधिकारी प्रमोद कुमार को उनके द्वारा किये गये उत्कृष्ट व प्रशंसनीय कार्यो को लेकर प्रशस्ति पत्र सौंपा। इस मौके पर जिला न्यायाधीश ने कहा कि अनुमंडलाधिकारी द्वारा किये गये कार्यो को बक्सर न्यायमंडल सदैव याद रखेगा। मै व्यक्तिगत तौर पर अनुमंडलाधिकारी प्रमोद कुमार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद देता हूं।
डुमरांव के मु¨सफ की प्रोन्नतिअनुमंडल व्यवहार न्यायालय में चंद दिनों पहले रविरंजन कुमार के मु¨सफ पद पर स्थापना के पश्चात सब-जज के रूप में प्रोन्नति मिली। इस आशय की पुष्टि जिला न्यायाधीश ने की। इस प्रकार यहां सब जज की संख्या बढ़कर दो होने की संभावना है। साथ ही अब एक नये मुंसिफ के पदस्थापना की संभावना बढ़ गयी है। निरीक्षण व समीक्षा के बाद जिला न्यायाधीश ने अनुमंडल अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष शंभूशरण नवीन एवं महासचिव ओमप्रकाश वर्मा से मुलाकात कर परिसर की व्यवस्था सहित अन्य ¨बदुओं पर वार्तालाप की। मौके पर थानाध्यक्ष राघवदयाल के अलावा बक्सर न्यायालय के प्रधान लिपिक केके ओझा, जीआर लिपिक अजय कुमार, नाजीर नीरज कुमार, धनंजय कुमार आदि लोग मौजूद थे।