महीना खत्म, नहीं मिला मार्च का अनाज
जागरण संवाददाता, बक्सर : सरकार जनहित योजनाओं का ढिंढोरा पीटती है, लेकिन उसके कारिंदे उस योजनाओं का ऐ
जागरण संवाददाता, बक्सर : सरकार जनहित योजनाओं का ढिंढोरा पीटती है, लेकिन उसके कारिंदे उस योजनाओं का ऐसा हश्र करते हैं कि समय पर उसका लाभ ही आमजनों तक नहीं पहुंचे। एक बार फिर खाद्य सुरक्षा कानून के बूते जीने वाले पूरा महीना पेट पर हाथ रखे रह गये, लेकिन उन्हें उनके हिस्से का अनाज नहीं मिला। दरअसल, राज्य खाद्य निगम से जन वितरण दुकानों में मार्च माह के अनाज की आपूर्ति ही नहीं हुई। जबकि, इसके लिए निगम को डीलरों द्वारा अग्रिम राशि का भुगतान पहले ही कर दिया गया था।
पूरे महीने अनाज का वितरण नहीं होने से डीलरों को लाभुकों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। इस बाबत फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीकृष्ण चौबे ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत प्रत्येक माह लाभुकों को अनाज वितरण का आदेश है। परंतु, राज्य खाद्य निगम के द्वारा अभी तक अनाज की आपूर्ति नहीं किये जाने से यह संभव नहीं हो पा रहा है। लाखों लाभुक डीलरों के यहां अनाज के लिए दौड़ लगा रहे हैं और उनसे नोंकझोंक कर रहे हैं। श्री चौबे ने बताया कि पहले भी निगम द्वारा पूरे माह अनाज की आपूर्ति नहीं की गयी। जबकि, डीलरों द्वारा हर महीने पैसे जमा कराये जा रहे हैं। इस बाबत संघ ने पहले भी जिलाधिकारी को सूचना दी थी। जिसमें समय पर अनाज आपूर्ति नहीं होने के साथ अनाज की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठाये गये थे। इसमें यह भी मांग की गयी थी कि गुणवत्ता व समय से आपूर्ति की देखरेख के लिए एक समिति गठित की जाये। साथ ही समय पर अनाज आपूर्ति नहीं होने पर दोषियों पर कार्रवाई हो। परंतु, ऐसा कुछ नहीं होता। दूसरी ओर कुछ डीलरों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गरीबों के अनाज के नाम पर लाखों के वारे-न्यारे के लिए जानबूझ कर समय पर आपूर्ति नहीं करी जाती। इससे नुकसान डीलरों का भी होता है, क्योंकि अनाज की आपूर्ति से मिलने वाले कमीशन से ही उनका भी घर-परिवार चलता है।