गंगा पुल में 'कैंसर', इलाज 'गिल्टी' का शुरू
जागरण संवाददाता, बक्सर : बिहार को यूपी के पूर्वाचल से जोड़ने वाला गंगा नदी पर बना वीर कुंवर सिंह पुल
जागरण संवाददाता, बक्सर : बिहार को यूपी के पूर्वाचल से जोड़ने वाला गंगा नदी पर बना वीर कुंवर सिंह पुल के मरम्मत का कार्य प्रारंभ हो गया है। परंतु, विशेषज्ञों के मुताबिक पुल में रोग 'कैंसर' का लग चुका है, लेकिन इलाज मामूली 'गिल्टी' का हो रहा है। यह कवायद पुल के ताबूत में अंतिम कील साबित हो सकती है।
पुल के दो स्पान के बीच ज्वाइंड राड का मरम्मत कार्य प्रारंभ हो गया है। इतने महत्वपूर्ण पुल में इस मामूली से कार्य को शुरू कराने में एक साल से कागजी प्रक्रिया चल रही थी। अब यह काम शुरू हुआ तो पता चला कि ज्वाइंट राड टूटे रहने के बावजूद लगातार भारी वाहनों के परिचालन से इसके दो पायों का चार हिंज बेयरिंग भी खराब हो चुका है। पायों में लगे इसी हिंज बेयरिंग पर स्पान टिके होते हैं। अब यदि ज्वाइंट राड बदल भी दिया जाता है तो भी बगैर हिंज बेयरिंग के बदले पुल पर से भारी वाहनों का गुजरना इसकी सेहत के लिए ठीक नहीं रहेगा। लगातार इसकी अनदेखी हुई तो इसका भी हाल पटना के गांधी सेतु की तरह हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अभी चार ही हिंज बेयरिंग खराब हुए हैं और नुकसान का जो स्तर है उसमें इसे बदलने में कोई कठिनाई नहीं है। परंतु, इसी पर वाहन चलते रहे तो फिर स्पान दबता चला जायेगा और इसे ठीक करना नामुमकिन हो जायेगा। इसकी सूचना भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकार के आला अधिकारियों को भी दे दी गयी है। बताते चलें कि पुल के दो स्पान को जोड़ने वाला ज्वाइंट राड बालू के ओवरलोड परिचालन के कारण पिछले साल ही टूट गया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने पुल पर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी। कुछ दिनों तक रोक रही, इसके बाद प्रशासन का यह आदेश कुछ के लिए कमाई का जरिया बन गया। अभी भी लगातार थाना व प्रशासन की अनदेखी से बालू लदे भारी वाहन पार कर रहे हैं। इधर, पुल पर ज्वाइंट राड लगा रहे मजदूरों व तकनीकी कर्मियों ने बताया कि काम के दौरान भारी वाहनों के गुजरने से उन लोगों को काम करने में भारी परेशानी हो रही है। बताया जाता है कि कुछ वर्दी वाले वहां होते हैं जो रात में बालू से लदे वाहनों को पार कराते हैं।