खाद्य पदार्थो में मिलावट सेहत के लिए खतरनाक
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राजपुर/इटाढ़ी (बक्सर) : स्थानीय प्रखंडों में मिलावटी खाद्य पदार्थ व्यवसायियों के आय का प्रमुख स्त्रोत बना हुआ है। यह मिलावट एक तरह जहां उपभोक्ताओं की जेबें ढीली कर रहा है। वहीं, दूसरी तरफ उनके स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। जिससे प्रखंड वासियों की स्थिति अत्यंत नाजुक बनी गई है। इसका लाभ प्रखंड क्षेत्र में कुकुरमुते की तरह उग आये किराना दुकान तथा नीम हकीमों को मिल रहा है।
खाद्य पदाथरें में मिलावट का सबसे ज्यादा प्रतिकूल असर बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं पर पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार इटाढ़ी के उनवास, कुकुढा, पसहरा, बड़कागाव, नारायणपुर, बसुधर सहित इटाढ़ी बाजारों तथा ग्रामीण इलाकों में किराना तथा मिठाई दुकानों में मिलावटी समानों की बिक्री धड़ल्ले से जारी है। वहीं, राजपुर में धनसोई, राजपुर, तियरा, बन्नी, सरेंजा, ईशापुर, अखौरीपुर गोला आदि में मिलावटी सामानों की बिक्री हो रही है। मुख्यत: डालडा, सूजी, मैदा, बेसन, घी, दूध खोवा, छेना, मिठाई, दवा रसायन समेत डिटरजेंट पावडर साबुन, तेल, मसाला आदि पदाथरें में धड़ल्ले से मिलावट की जा रही है। जिससे कै-दस्त, डायरिया, चक्कर आना, पेट दर्द, गैस्ट्रिक आदि जैसे रोगों का प्रकोप तेजी बढ़ रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा पदाधिकारी डा. श्री निवास उपाध्याय के अनुसार खान-पान में सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि खाद्य पदाथरें में मिलावट स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। वहीं, इन दिनों उसम भरी गर्मी में रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।