पंचायती व्यवस्था से रूबरू हुए साधनसेवी
जागरण संवाददाता, बक्सर : राजीव गांधी पंचायतीराज सशक्तिकरण योजना के तहत समाहरणालय परिसर स्थित कोषागार भवन में आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन शनिवार को हुआ। उक्त कार्यक्रम में 'जिला रिसोर्स परसन' (डीआरपी) को ट्रेनिंग देकर उन्हें पंचायती राज व्यवस्था की बारीकियों से अवगत कराया गया। उनके द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित कर उनके अधिकार के प्रति सशक्त बनाया जाएगा।
इससे पहले पंचायती राज अधिनियम व जिले में चलाई जा रही केन्द्र व राज्य प्रायोजित योजनाओं तथा उसके कार्यान्वयन के बारे में बताए गए। मास्टर रिसोर्स परसन (एमआरपी) के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद वर्मा व पुतुल कुमार पांडेय ने प्रशिक्षुओं को पांच दिनों तक अलग-अलग विषयों की जानकारी देकर उन्हें हुनरमंद बनाया। इस दौरान समता, समानता, लिंगभेद व मसवेशन के अलावा जाति, लिंग, धर्म, शारीरिक क्षमता, उम्र आदि के आधार होने वाले भेदभाव, शोषण व बहिष्कार के प्रकार तथा उसके प्रति सतर्कता की बात बताई गई। जबकि पंचायतों के कार्यकलापों का जेंडर आडिट व सामाजिक समता आडिट के अलावा अन्य विषयों पर चर्चा के साथ जनता के प्रति जवाबदेही व योजनाओं के कार्यान्वयन में परदर्शिता के बारे में अवगत कराया गया। समापन से पूर्व पंचायती राज व्यवस्था की नजीर बनीं पिपलांत्री व हिब्रे बजार पंचायतों के विकास की गाथा दिखाकर उससे सीख लेने की सलाह दी गई। कार्यक्रम का समापन जिला पंचातीराज पदाधिकारी विधानचंद्र यादव ने किया।