कांव नदी का अस्तित्व खतरे में
संवाद सहयोगी, डुमराव (बक्सर) : स्थानीय नगर से सटे बहती कांव नदी का अस्तित्व खतरे में है। कुछ सालों पूर्व तक काव नदी काफी चौड़ी हुआ करती थी। लेकिन, नदी के तटीय भाग पर भू-माफियों की नजर लग गई।
भू-माफियाओं ने पहले नदी के तटीय भाग की मिट्टी की कटाई शुरू कर दी। इसके बाद धीरे-धीरे खेती-बाड़ी करनी शुरू कर दिया। देखते ही देखते इन माफियाओं ने घर भी बनाना शुरू कर दिया। आलम यह हो गया है कि कांव नदी सिकुड़कर बेहद संकरी हो चुकी है। जो नदी के बजाए नाले के रूप में तब्दील हो चुकी है। वहीं, प्रशासन द्वारा नदी क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे इन भू-माफियाओं के हौंसले बुलंद है। नगर के कई बुद्धिजीविओं ने प्रशासन का ध्यान इस ओर दिलाने का प्रयास किया। लेकिन, वो सफल नहीं हो पाये। लिहाजा, धीरे-धीरे इस नदी का अस्तित्व खत्म होते जा रहा है।