सूखे में वरदान बनी गंगा पंप कैनाल
चौसा (बक्सर) : तपती रेत में जिस प्रकार खजूर का पेड़ राहगीर के लिए छांव का सहारा बन जाता है। ठीक उसी प्रकार भले ही सीमित क्षेत्रों में ही सही सिंचाई के लिए बना चौसा गंगा पंप कैनाल किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
अधिकांश क्षेत्रों में बारिश कम होने से खरीफ की फसल की बुआई नही की जा सकी। हर तरफ किसान सूखे की मार झेल रहे हैं। बावजूद, चौसा क्षेत्र व उससे सटे सदर प्रखंड के कुछ क्षेत्रों में चौसा में बना गंगा पंप कैनाल से सिंचाई व्यवस्था कारगर साबित हो रही है।
गौरतलब हो कि जिला क्षेत्र सूखे की मार सह रहा है। बारिश नहीं होने से किसानों की बेचैनी बढ़ गयी है। कई दिनों से बादलों की लुकाछिपी हो रही है। बावजूद, क्षेत्र में बारिश का नामोनिशान तक नही है। फिर भी किसानों की आस आसमान की तरफ लगी हुई है। वहीं, दूसरी ओर चौसा के क्षेत्रों में गंगा पंप कैनाल किसानों के लिए इस वर्ष वरदान साबित हो रही है। हालांकि,पंप के परिचालन में रुकावटें भी बनी रहती है। गंगा नदी के बढ़ने घटने की प्रकिया में पंप कैनाल को बंद करना पड़ता है। वहीं, कभी विद्युत व्यवस्था भी पंप के परिचालन में बाधा बन जाती है।
गंगा पंप कैनाल के कार्यरत सिविल के कनीय अभियंता अमरेन्द्र चौधरी व वीरेन्द्र सिंह बताते है कि खरीफ में धान की रोपनी के बाद अब इससे पटवन का पानी दिया जा रहा है। इससे दोनों प्रखंड के लगभग दर्जनों गांव लाभान्वित है। हालांकि, ये कोई विशेष उपलब्धि नहीं कही जाएगी।