पूर्णाहूति के साथ संकीर्तन महायज्ञ का समापन
भोजपुर । आरा-सलेमपुर रोड़न्तर्गत रामापुर-सनदिया गांव में तीन दिनों से जारी संकीर्तन महायज्ञ की
भोजपुर । आरा-सलेमपुर रोड़न्तर्गत रामापुर-सनदिया गांव में तीन दिनों से जारी संकीर्तन महायज्ञ की मंगलवार को पूर्णाहुति हो गई। संत श्री देवराहा शिवनाथ दास जी महाराज ने कहा कि भगवान के नाम में जब जीव मग्न हो जाता है तो प्रभु उसे त्रिता से मुक्त कर देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु के नाम में ऐसी शक्ति निहित है कि जब जीव बार-बार 'प्रभु' का नाम लेता है तो प्रभु उस जीव के भाग्य का कुअंक मिटा देते हैं। इसके लिए रामचरित मानस में उद्धृत एक पंक्ति 'राम नाम मणि विषय.. मिटत कठिन कुअंक..। का जिक्र भी किया। श्रद्धालुओं ने महा भंडारा का प्रसाद तीसरे दिन भी पाया। महायज्ञ में बड़की सनदिया के रामदास जी की कीर्तन मंडली, जीऊत व्यास की कीर्तन मंडली, भैरो सिंह महुआर की मंडली, मंटू व्यास की कीर्तन मंडल आदि ने श्रद्धालुओं को अपने भजन-कीर्तन से भाव विभोर कर दिया। महायज्ञ को सफल बनाने में पूर्व मुखिया राजेश्वर पासवान, मधुबाला देवी एवं रामदास आदि ने बढ़-चढ़कर योगदान दिया।