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अब तालाब में नौका बिहार की तैयारी शुरू

भोजपुर । लोकहित में शहर का कलक्टरी तालाब खामस-खास माना जाता है। आरा शहर एवं ग्रामीण

By Edited By: Published: Tue, 31 May 2016 09:18 PM (IST)Updated: Tue, 31 May 2016 09:18 PM (IST)
अब तालाब में नौका बिहार की तैयारी शुरू

भोजपुर । लोकहित में शहर का कलक्टरी तालाब खामस-खास माना जाता है। आरा शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 73 तालाबों में इसे सबसे सुसज्जित समझा जाता है। इस तालाब का कुल क्षेत्रफल छह एकड़ में फैला हुआ है। वर्ष 1997-98 के जिला के सरकारी दस्तावेज में दर्ज इस तालाब से मछली उत्पादन के रूप में प्रत्येक वर्ष 42 हजार रुपया राजस्व प्राप्त होता था। कुछेक तालाब की भूमि के अतिक्रमण के बावजूद समय-समय पर लगातार कुछ न कुछ सौन्दर्यकरण हेतु हाथ बढ़ते रहें। तालाब के जीर्णोद्धार हेतु राज्यसभा से सांसद वशिष्ठ नारायण ¨सह द्वारा डेढ़ दशक पूर्व अपने फंड से लगभग 72 लाख रुपया खर्च किया गया। इस राशि से तालाब के किनारे पक्कीकरण एवं सीढि़यों का निर्माण कराया गया। सांसद श्री ¨सह की पहल पर तत्कालीन केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री द्वारा पावर ग्रिड के मार्फत 25 लाख रुपये देकर तालाब की चारों तरफ लगभग साढे चार दर्जन से ज्यादा वेपर लाइट लगा तथा तालाब के पश्चिम अधूरे सीढि़यों का निर्माण कराया गया। तालाब की चारों तरफ की सड़कों के पक्कीकरण एवं चहारदीवारी के निर्माण की योजना के कार्यान्वयन की प्रतिक्षा है। इस कार्य के संचालन की जिम्मेवारी जिला परिषद कार्यालय के पास लंबित बताई जा रही है। कलक्टर तालाब की खास महत्व इस मामले में ज्यादा इसलिए है कि वर्ष में दो बार चैत-कार्तिक माह में छठ पूजा का अछ्वूत नजारा दिखाई देता है। इसके अलावे तालाब के इर्द-गिर्द के डेढ़ दर्जन से ज्यादा मुहल्लों के लोग शादी-विवाह अथवा दशकर्म हेतु आते है। तेज गर्मी अथवा पछुआ लहर से परेशान राहगीर भी इस तालाब के किनारे पेड़ों की छाया में सुकुन पाते है तथा चापाकल से ठंडा पानी पीते हैं।

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फोटो फाइल 31 आरा 62

विजय पांडेय कहते हैं कि कलक्टरी तालाब के रख-रखाव हेतु ईमानदारी से पहल होनी चाहिए। इस तालाब से हजारों परिवार को कई अवसरों पर लाभ प्राप्त होता रहा है। प्रशासन को इसके लिए सख्त होना जरूरी है।

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फोटो फाइल 31 आरा 63

रजनीश कुमार कहते हैं कि इस तालाब की खूबसूरती को अतिक्रमण बिगाड़ रहा है। सौंदर्यीकरण हेतु पूरी योजना के साथ काम कराने की शुरुआत होनी चाहिए, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके।

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फोटो फाइल 31 आरा 64

रमीता देवी का कहना है कि तालाब पर सालों भर पूजा-पाठ करते है। तालाब में गंदगी को बहाने से रोका जाए। जल की मौजूदगी हेतु उड़ाही के साथ बो¨रग से पानी भरवाना जरूरी है।

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फोटो फाइल 31 आरा 60

नगर निगम पार्षद दिनेश प्रसाद मुन्ना कहते हैं कि आरा नगर के शहर-देहातों में यह तालाब अन्य की अपेक्षा सबसे अच्छी स्थिति में है। तालाब में नियमित रूप से जल की मौजूदगी हेतु एक समर टेबुल पहले लगा था तथा राहगिरों अथवा जरूरतमंदों हेतु चापाकल लगा कुछ खराब और कुछ चालू है। दो दिन पूर्व फिर एक समर टेबुल बो¨रग कराया गया है, जो चालू है तथा दो अन्य चापाकल लगाने का प्रयास चल रहा है। तालाब की चारों तरफ वृक्ष लगाने की तैयारी अंतिम दौर में है। नियमित साफ-सफाई पर ध्यान रखा जाता है।

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फोटो फाइल 31 आरा 61

तालाब के बीचों-बीच हाई मास्क लाइट लगाने का निर्णय बोर्ड में तय हुआ है। तालाब की चारों तरफ चाहर दिवारी खड़ा करने की तैयारी हो रही है। नौका बिहार शीघ्र शुरू करेंगे। हम इस तालाब के साफ-सफाई की जिम्मेवारी अब नगर निगम में देखने लगा है। सौंदर्यकरण हेतु कई अन्य योजनाएं शीघ्र दिखेगी।

प्रमोद कुमार

नगर आयुक्त, आरा।


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