धू-धू कर जल जाते आशियाना व अरमान
बड़ी तजुरत के बाद बने गरीबों के आशियाना व इससे जुड़े उसके अरमान हर वर्ष राख ।
भोजपुर । बड़ी तजुरत के बाद बने गरीबों के आशियाना व इससे जुड़े उसके अरमान हर वर्ष प्राकृतिक विपदा की आग में धू-धू कर जल जाते हैं। पर इसे रोकने के लिए बना विभाग अब तक अत्याधुनिक कारगर उपाय ढूंढने में सफल नहीं हो सका। अत्याधुनिक उपाय की बात तो दूर उसके परंपरागत संसाधन भी सुदृढ़ नहीं बन सके।
भोजपुर जिले के चौदह प्रखंडों में तीन प्रखंड क्रमश: बड़हरा, शाहपुर एवं बिहिया क्षेत्र में अग्निकांड की अधिक घटनाएं होती है। इन प्रखंडों में हर वर्ष जैसे-जैसे गर्मी का पारा चढ़ते जाता है वैसे-वैसे अग्निकांड की घटनाएं बढ़ती जाती है। इस वर्ष लगभग एक माह के दौरान तीनों प्रखंडों में आग ने कई घर व उसमें रहने वाले परिवारों के सपने को जला डाला। अग्निकांड पर काबू पाने के लिए जिला मुख्यालय में स्थित अग्निशमन विभाग की स्थिति ऐसी है कि वह खुद संसाधनों व कर्मियों की कमी की आग में जल रहा है।