किसानों की समस्याओं के समर्थन में उतरी भाजपा
किसानों की समस्याओं समेत अन्य पांच सूत्री मांगों के समर्थन में बीजेपी कार्यकर्ता सड़क पर ।
भोजपुर । किसानों की समस्याओं समेत अन्य पांच सूत्री मांगों के समर्थन में बीजेपी कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। सोमवार को स्थानीय जिला समाहरणालय के समक्ष पार्टी जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुशवाहा की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना दिया। इस अवसर पर सभा में पहुंचे बतौर मुख्य अतिथि पद से पार्टी के प्रदेश महामंत्री सह शाहाबाद के क्षेत्रीय प्रभारी सुधीर शर्मा ने कहा कि राज्य की नीतीश सरकार केवल घोषणा वाली सरकार है। चुनाव के पहले अपने घोषणा पत्र में किसानों के लिए कई वादे किए थे, लेकिन जब सरकार बनी तो वे किसानों की बात भूल गए। मुख्यमंत्री ने 15 अक्टूबर तक धान क्रय खोलने की घोषणा की थी लेकिन आज तीन माह गुजर गया। उन्होंने कहा कि आज बिहार के किसान तबाह हैं । समर्थन से भी कम मूल्य पर उन्हें धान बेचना पड़ रहा है। यहीं नहीं किसानों के विगत वर्षों के धान क्रय का भूगतान भी बकाया है। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ शराबबंदी का नारा लगाकर राज्य के गरीब जनता का मजाक उड़ा रही है। भाजपा शराबबंदी के समर्थन में शुरू से है लेकिन जिस तरह विकास के कार्यो को कुंद कर सिर्फ शराबबंदी को लेकर चल रही है उसको राज्य की जनता जान चुकी है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक संजय ¨सह टाईगर ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ विश्वासघात करने का काम कर रही है। झारखंड की सरकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को देने का काम कर रही है। धान के समर्थन मूल्य के बाद बोनस भी दे रही है लेकिन बिहार की सरकार किसानों का हक तक नहीं दे रही है और बोनस की तो चर्चा तक नही हो रही। पार्टी के किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सी.डी. शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों का एक साजिश के तहत केसीसी कराए। इसके लिए किसानों से परामर्श नहीं लिया गया। सिर्फ गेंहूं का बीमा कराया गया। इसका लाभ सीधे बीमा कंपनियों को देने की है जो किसानों के साथ धोखा है। अध्यक्षीय मंच से श्री कुशवाहा ने किसानों की समस्याओं के साथ-साथ गिरती विधि व्यवस्था, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने, बाढ़ राहत वितरण सभी पीड़ितों तक पहुंचाने तथा ऐतिहासिक रमना मैदान को अतिक्रमण से मुक्त कराने की मांग की।
धरना के अंत में पटना नाव दुर्घटना के लिए सरकार पर विफलता का आरोप लगाते हुए मृतकों के लिए दो मिनट का मौन रखकर शोक जताया गया। इस अवसर पर शामिल अन्य पार्टी नेताओं में डॉ. हरेन्द्र पाण्डेय, सूर्यकांत पाण्डेय, डॉ. रमेश सिन्हा, प्रहलाद राय, दूर्गाराज, उदय प्रताप ¨सह, रमावती ¨सह, मधु मिश्रा, कुसुम देवी, सूर्यनाथ ¨सह, विजय ¨सह, महेश पासवान, बलराम ¨सह, राकेश ¨सह, अखिलानंद ओझा, कौशल विधार्थी, जग्रनाथ केशरी, डॉ. प्रेम रंजन चतुर्वेदी, रमेश ¨सह, परशुराम चौधरी थे।