¨हसक बंदर से ग्रामीणों को मिली निजात
भोजपुर। विगत सालभर से ¨हसक हो चुके एक बंदर के उत्पात से उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजग
भोजपुर। विगत सालभर से ¨हसक हो चुके एक बंदर के उत्पात से उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अंतर्गत छोटकी सासाराम गांव के ग्रामीणों को निजात मिल चुकी है। शनिवार को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से आए एक बहेलिया ने उसे जाल फंसाकर अपने कब्जे में ले लिया। इस घटना से छोटकी सासाराम एवं आसपास के इलाकों के ग्रामीण अब राहत महसूस करने लगे है। बता दें कि विगत सालभर से इस ¨हसक बंदर के उत्पात से ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल कायम हो गया था। जानकारी के अनुसार इस बंदर के उत्पात से एक महिला की जान भी जा चुकी है। जबकि दर्जनों ग्रामीण इसकी ¨हसक गतिविधियों के कारण बुरी तरह जख्मी हो चुके है। जानकारी के अनुसार बीते वर्ष छोटकी सासाराम निवासी सुरेंद्र राम की पत्नी जब अपने छत पर खड़ी थी, ¨हसक बंदर ने उसी समय पीछे से उन्हे धक्का दे दिया था, जिसमें छत से गिरने के बाद उक्त महिला की मौत हो गई थी। वहीं इसी गांव के रामसकल ¨सह की पुत्री बेबी देवी को भी उस बंदर ने छत से धकेल दिया था, जिससे उसका ब्रेन हेमरेज हो गया था। इसके अलावा इसी गांव के अरूण ¨सह एवं आनंद ¨सह की पत्नी को भी उक्त बंदर ने बुरी तरह जख्मी कर दिया था। छोटकी सासाराम निवासी एवं भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष श्री भगवान ¨सह ने बताया कि बंदर के आतंक से निजात दिलाने हेतु ग्रामीण कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित आवेदन दे चुके है, पर प्रशासन की ओर अबतक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंन आजमगढ़ से आए बहेलिया के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार में प्रशासनिक अधिकारी जनता की किसी समस्या का समाधान करने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे है, जिसके लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार है।