स्प्रिट के नाम पर छापेमारी सरासर गलत
भोजपुर । होमियोपैथ चिकित्सकों एवं दवा विक्रेताओं ने स्प्रिट के नाम पर प्रशासन द्वारा छापेमा
भोजपुर । होमियोपैथ चिकित्सकों एवं दवा विक्रेताओं ने स्प्रिट के नाम पर प्रशासन द्वारा छापेमारी को सरासर गलत कहा है और जिलाधिकारी को लिखित ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया है। सिविल सर्जन, उत्पाद आयुक्त, सदर अनुमंडलाधिकारी आदि को प्रेषित पत्र में चिकित्सकों एवं दवा विक्रेताओं ने बताया कि होमियोपैथिक दवा 30 एमएल, 10 एमएल तथा 450 एमएल होमियोपैथिक दवा कंपनियों द्वारा चिकित्सकों और विक्रेताओं को वितरण किया जाता है, जिससे संबंधित कोलकाता हाई कोर्ट आदेश निर्गत कर चुका है। उन्होंने बताया कि 450 एमएल मात्रा का बोतल दवा है स्प्रिट नहीं। होमियोपैथ दवा का मूल आधार स्प्रिट पर ही तैयार होता है। तंग करने के सिलसिला से आम लोगों समेत होमियोपैथ चिकित्सक एवं दवा विक्रेता परेशान है। शीघ्र न्याय हों न तो आंदोलन अंतिम मजबूरी होगी। वक्ताओं में डा. जीएस तिवारी, डा. एसके सिंह, डा. उदय नारायण सिन्हा, डा. बिजयेन्द्र प्रसाद गुप्ता, डा. सुरेश प्रसाद गुप्ता, डा. आरपी ओझा, डा. राम उमेद पाण्डेय, डा. विजय सिंह, डा. आर.ओझा, डा. आरएस सिंह, डा. एच.एन.सिंह, डा. दिनेश सिंह, डा.एके. पांडेय, रमेश कुमार, अमित पाण्डेय, डा. धीरेन्द्र पंड़ित, डा. अरविंद चौधरी, डा. एस.अनवर आदि थे।