प्रोत्साहन राशि के अभाव में शौचालय निर्माण अधर में
भोजपुर । स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के प्रति कथित उदासीनता कार्यक्रम के उद्देश्य पूर
भोजपुर । स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के प्रति कथित उदासीनता कार्यक्रम के उद्देश्य पूरा करने में बाधक साबित हो रहा है। शौचालय निर्माण को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं होने से लाभुकों के बीच कार्यक्रम के प्रति भ्रामक स्थिति बनी हुई है। पिछले 9 माह से लाभुक प्रखंड व पीएचडी कार्यालय का चक्कर काटते देखे जा सकते हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय के साथ पानी टंकी निर्माण हेतु सरकार द्वारा कुल बारह हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। शुरुआती दौर में प्रखंड समन्वयक द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार किया गया जिससे सैंकड़ों की संख्या में शौचालय निर्माण हेतु आवेदन प्राप्त किए गए। बहुतेरे लोगों ने अपने-अपने घरों में शौचालय बनवाया। विभागीय जांचोपरान्त जल्द से जल्द राशि भुगतान करने की बात कही गई। परन्तु 9 माह बीत जाने के बाद भी लाभुकों को लाभ नहीं मिला जो विभागीय उदासीनता को उजागर करता है। पिछले एक साल में कोई भी प्रखण्ड स्तरीय कार्यशाला का आयोजन नहीं किया गया। भुगतान हेतु सैकड़ों आवेदन कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे हैं। प्रखण्ड समनव्यक प्रमोद कुमार पाण्डेय कहते हैं कि जांचोपरांत भुगतान के लिए आवेदन महीनों से लंबित पड़ा है। कारीसाथ निवासी मेजर राणा प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले आठ माह से दौड़ा रहे हैं। बार-बार आश्वासन के बावजूद शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो सका जो विभागीय कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। वहीं मोरथ गांव निवासी मुन्ना यादव, फूलझरी देवी जैसे कई लाभुकों का कहना है कर्ज लेकर शौचालय बनवाया था। लागत बा बेकारे बनवनी, बड़ा भूल भई।