नेहरू ने विपक्षी दलों के प्रति सहयोगात्मक रवैया अपनाया
जागरण संवाददाता, आरा : देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहर लाल नेहरू की 51 वीं पुण्यतिथि विभिन्न संगठ
जागरण संवाददाता, आरा : देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहर लाल नेहरू की 51 वीं पुण्यतिथि विभिन्न संगठनों द्वारा मनायी गयी। इस अवसर पर वक्ताओं ने स्व.नेहरू के देशहित में योगदान को रेखांकित किया। भोजपुर जिला कांग्रेस कमिटी के बैनर तले शहीद भवन में पं.जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि जिलाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह की अध्यक्षता में मनायी गयी। इस मौके पर श्री सिंह ने कहा कि नेहरू जी ने सामाजिक, आर्थिक एवं वैज्ञानिक क्षेत्रों में निरंतर विकास करते हुए पूरे विश्व में शांति का संदेश दिया। उन्होंने विपक्षी दलों के सुझाव एवं उनके प्रति सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए पूरे देश की जनता को जागरूक करने का कार्य किया। अन्य वक्ताओं में श्रीधर तिवारी, जंग बहादुर सिंह, राणा प्रताप सिंह, डा.अयोध्या सिंह, जयंत सिंह, आशुतोष ठाकुर, डा.शशि कुमार सिंह, विजय चन्द्र पाठक, लियाकत अली, नंदा सिंह, फातिमा जरी, सुप्रिया समेत अन्य थे। स्थानीय पूर्वी जैन कॉलेज के गेट के पास पं.जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि के अवसर पर 'आधुनिक भारत क निर्माण में पं.जवाहर लाल नेहरू का योगदान' विषय पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गयी। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डा.शशि कुमार सिंह ने कहा कि नेहरू जी का सहिष्णुता और अहिंसा में अटूट विश्वास था। वे विश्व के अपने काल में एकमात्र ऐसे नेता थे, जिन्होंने भारत के नवनिर्माण में धर्मनिरपेक्षवाद तथा समाजवाद की चर्चा की। गोष्ठी में शशिकांत तिवारी, डा.निर्मल कुमार सिंह, डा.वी.एन.सिंह, प्रो.कुमार कौशलेन्द्र, अशोक कुमार सिंह, मनोज कुमार द्विवेदी आदि ने भी अपना विचार प्रकट किया।
प्रमंडल बनाओ मोर्चा के तत्वावधान में पं.जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि के अवसर पर एम.पी.बाग स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में श्रद्धांजलि सह विचार गोष्ठी आयोजित की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा के संयोजक कृष्णकांत तिवारी ने की। विषय प्रवर्तन अधिवक्ता नित्यानंद सिंह ने किया। अध्यक्षीय वक्तव्य में कृष्णकांत तिवारी ने कहा कि पूरी दुनिया नेहरू नीति की आज भी कायल है। वे सदैव प्रेरणास्त्रोत रहेंगे। अन्य वक्ताओं में अधिवक्ता धर्मेन्द्र कुमार, शिव कुमार सिंह, अवध प्रसाद, राजेश कुमार, कृष्णा पासवान, मनोरमा देवी, फूलकुमारी, सुनीता सिंह, रवीन्द्र सिंह, उमेश सिंह आदि थे।