श्रद्धा व आस्था का केन्द्र देउरा का शिवमंदिर
संवाद सूत्र, गड़हनी (भोजपुर): सावन महीने में जलाभिषेक करने को शिवभक्तों की भीड़ उमड़ती है गड़हनी प्रखंड के बड़ौरा पंचायत अंतर्गत देउरा शिवमंदिर में। बताया जाता है कि श्रद्धा व भक्ति से मन्नत मांगने आये भक्तों की मुराद यहां भगवान शिव पूरी करते हैं। किदवंती के अनुसार वर्तमान शिवमंदिर के इर्द-गिर्द कभी घना जंगल हुआ करता था। जंगल में लगे वृक्षों की कटाई कर लोग जलावन के उपयोग में लाते थे। एक दिन एक लकड़हारा नीम के वृक्ष की कटाई व खुदाई करने लगा। इसी क्रम में एक आवाज आई और वृक्ष से रक्त श्राव होने लगा। लकड़हरा ने इसकी सूचना स्थानीय लोगों को दी। इस दौरान देखा गया कि उक्त स्थान पर शिवलिंग स्थापित है। फिर भगवान शिव के जयघोष के साथ लोगों ने भजन-कीर्तन शुरू कर दिया। आज भी उक्त शिवलिंग पर कटे का निशान स्पष्ट दिखायी देता है। यह शिवमंदिर श्रद्धा व आस्था का केंद्र है। वैसे संवत 2028 में मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया। बताया जाता है कि स्थानीय असलान-बहादुरपुर गांव निवासी बुधन यादव ने मंदिर के निकट चबुतरे का निर्माण कराया तथा देवलाद राय ने शिवमंदिर में लगभग 9 बीघा जमीन दान में दिया तथा शिवमंदिर का निर्माण कराया। वसंत पंचमी व महाशिव पर यहां मेला का आयोजन किया जाता है। वहीं पूरे सावन माह यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।