हजरत अंजान शहीद बाबा रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स
जागरण संवाददाता,आरा : तंजीमुल फला कमिटी के बैनर तले पकड़ी में हजरत अंजान शहीद बाबा रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स पाक का आयोजन किया गया। इसमें सुबह में कुरानखानी हुई। वहीं प्राथमिक उर्दू विद्यालय, पकड़ी के समीप स्थित हजरत अंजान शहीद बाबा की मजार पर शाम में मगरिब की नमाज के बाद अकीदतमंदों ने चादरपोशी की। तदोपरांत रात में एशा की नमाज के बाद तकरीर व नातपाक का कार्यक्रम हुआ।
मजलिस की शुरुआत हाफिज कासिफ रजा द्वारा तलावे कलामपाक से हुई। नातखां मो.साबिर रजा ने नातपाक 'सोच अगर तू सोच सके तो सोच मोहम्मद कैसे हैं/जिसके लिए खुद काबा झुका हो सोच मोहम्मद कैसे हैं।' पेश किया। वहीं दूसरे नातपाक की पंक्तियां इस तरह थी-'ये पढ़े हैं सिद्दीकी और उमर/ये पढ़े हैं उस्मान और अली..।' छपरा से तशरीफ लाये नातखां रबीउल कादरी ने कलामे आला हजरत पेश किया। वहीं छपरा से ही तशरीफ लाये मौलाना सादिक हुसैन ने 'इस्लाम और इमान में फर्क' मौजू पर रोशनी डाली। सलातो सलाम व दुआ के साथ यह आयोजन समाप्त हुआ। इस आयोजन को सफल बनाने में कमिटी के अध्यक्ष नेयाज मो.अंसारी, मो.जावेद, हबीबुल हक, बब्लू, मो.परवेज, मो.इरफान, मो.अली, मो.आफताब आलम, मो.जमाल, मो.जफर इकबाल, शाकिर रजा, मो.उस्मान समेत अन्य लोगों की अहम भूमिका रही।