जेल में तीसरे दिन अनशनकारी बंदियों की हालत बिगड़ी
जागरण संवाददाता,आरा : स्थानीय मंडलकारा में बंद बंदियों ने बुधवार को तीसरे दिन भी जेल अधीक्षक के विरुद्ध बगावत का बिगुल फूंके रखा। इस दौरान जेल अधीक्षक को अविलंब हटाने की मांग को लेकर लगातार तीसरे दिन आमरण अनशन पर बैठे बंदियों की हालत बिगड़नी शुरू हो गयी है। जिसके बाद जेल प्रशासन भी सकते में पड़ गया है। आनन-फानन में इलाज हेतु दिनेश्वर ओझा समेत अन्य बंदियों को देर शाम सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। भूख हड़ताल तुड़वाने को लेकर कारा विभाग के एआइजी दिलीप कुमार तथा बक्सर सुप्रीटेडेट यहां खुद कैंप कर रहे हैं। जिलाधिकारी सरवणन एम के आदेश पर अनशनकारी बंदियों के समुचित इलाज की व्यवस्था की जा रही है। अनशनकारी बंदी अपनी मांगों पर अडिग हैं।
आपको बताते चलें कि मंडल कारा के बंदी 14 अप्रैल को ही भूख हड़ताल पर चले गये थे। भूख हड़ताल करने वाले बंदी कारा अधीक्षक को तत्काल यहां से स्थानांतरित करने की मांग करते चले आ रहे हैं। भूख हड़ताल पर जाने वाले बंदियों का स्पष्ट आरोप है कि जेल अधीक्षक द्वारा एक राजनीतिक दल से जुड़े प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने हेतु घर पर बोलने के लिए दबाव दे रहे थे तथा विरोध करने पर मारपीट कर उन्हे सेल में डाले जाने की कार्रवाई की जा रही थी। जिसके चलते बंदियों को मजबूर होकर भूख हड़ताल करना पड़ा। इधर बंदियों द्वारा लगातार आमरण अनशन किये जाने से शिवाजीत मिश्रा, हरेश मिश्रा, लाल बाबू तथा वीर बहादुर सिंह समेत आदि बंदियों की हालत बिगड़ती चली जा रही है। आंदोलन के समर्थन में महिला बंदी भी उतर गयी हैं।