भागलपुर व बांका में खुलेंगे 10 रक्त संग्रह केंद्र
भागलपुर । देश में प्रतिवर्ष चार करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती पर मिलती है मात्र चार लाख
भागलपुर । देश में प्रतिवर्ष चार करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती पर मिलती है मात्र चार लाख यूनिट। रक्त की कमी को दूर करने के लिए रक्त संग्रह केंद्र खोले जा रहे हैं। ये बातें बुधवार को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के शिशु रोग विभाग में आयोजित कार्यशाला में विभागाध्यक्ष डॉ. आरके सिन्हा ने कही।
उन्होंने कहा कि अभी 300 एमएल बैग में एक यूनिट रक्त पैक किया जाता है। अगर किसी को 50 एमएल रक्त की जरूरत है तो उसे भी एक यूनिट ही लेना पड़ता है। इसलिए उन्होंने 50, 100 और 150 एमएल का बैग उपलब्ध कराने की मांग की।
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल रक्त अधिकोष के प्रभारी डॉ. यूपी सिन्हा ने कहा कि एक यूनिट रक्त से हिमोग्लोबीन, प्लेटलेट्स, एफएफपी बनाए जाते हैं। डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स, हिमोग्लोबीन के लिए आरबीसी और प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए प्लाजमा मरीज को दिया जाता है। अब एक यूनिट रक्त से इन सभी चीजों को अलग किया जा सकता है। पहले यह व्यवस्था नहीं थी।
खोले जाएंगे रक्त संग्रह केंद्र
उन्होंने कहा कि भागलपुर जिले के नवगछिया, कहलगांव, सदर अस्पताल, पीरपैंती, सुल्तानगंज और बांका जिला में सदर अस्पताल के अलावा अमरपुर, कटोरिया और बौंसी में रक्त संग्रह केंद्र खोले जाएंगे।
जागरूकता की कमी
पटना जयप्रभा मॉडल रक्त अधिकोष के प्रभारी डॉ. एनके गुप्ता ने कहा कि जागरूकता की कमी से लोग रक्तदान नहीं करना चाहते। इसलिए भी रक्त की कमी है। रक्तदान करने से कोई दुष्प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ता। डॉ. विकास केशरी ने कहा कि रक्त संग्रह केंद्र खोलने से रक्त की कमी नहीं रहेगी।
ये थे मौजूद
कार्यशाला में उप स्वस्थ्य निदेशक डॉ. ओम प्रकाश, सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार, डॉ. रेखा झा, डॉ. संजय कुमार, अरुण प्रकाश, फैजान अशर्फी सहित स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक उपस्थित थे।