जर्जर लोहिया पुल अप्रैल में होगा दुरुस्त, 12 सालों तक नहीं हुआ था रखरखाव
दो साल पूर्व इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी एनएच-80 को सौंपी गई। दुरुस्तीकरण के लिए एनएच विभाग द्वारा 85 लाख रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया।
भागलपुर [जेएनएन]। जर्जर लोहिया पुल का दुरुस्तीकरण अप्रैल में कराया जाएगा। इसके पहले तत्काल मरम्मत कर इस पुल को चलने लायक बनाया जाएगा। मरम्मत कार्य 10 फरवरी तक शुरू होगा। लोहिया पुल वर्ष 2006 में चालू हुआ था। इसका बारह सालों तक रखरखाव नहीं हुआ।
रेलवे, पथ निर्माण विभाग और पुल निर्माण निगम एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोप रहे थे। दो साल पूर्व इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी एनएच-80 को सौंपी गई। दुरुस्तीकरण के लिए एनएच विभाग द्वारा 85 लाख रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया। सात-आठ बार टेंडर भी किया गया। लेकिन टेंडर फाइनल नहीं हुआ। रखरखाव के अभाव में इस पुल का अस्थि-पंजर हिल चुका है।
सड़क जर्जर हो चुकी है। एक्सपेंशन ज्वाइंट खराब हो चुका है। एक सप्ताह पूर्व पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने लोहिया सेतु के रखरखाव की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंप दी। दुरुस्तीकरण के लिए पथ निर्माण विभाग प्राक्कलन तैयार कर रहा है। इस पुल को दुरुस्त करने में 85 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है।
पथ निर्माण विभाग कार्यपालक अभियंता रामसकल सिंह ने कहा कि फरवरी में तत्काल मरम्मत कर पुल को चलने लायक बनाया जाएगा। अप्रैल में दुरुस्तीकरण कार्य होगा। इसके लिए रेलवे से ब्लॉक लेना पड़ेगा।