गंगा का जलस्तर घटा पर आफत बरकरार
भागलपुर । बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत की बात है। शुक्रवार रात से गंगा का जल स्तर तेजी से घटने
भागलपुर । बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत की बात है। शुक्रवार रात से गंगा का जल स्तर तेजी से घटने लगा है। रात 11 बजे एक सेंटीमीटर प्रति चार घंटे की रफ्तार से पानी घट रहा था। शनिवार को देर शाम आठ बजे तक गंगा का जलस्तर चार सेंटीमीटर तक घटा है। फिर भी भागलपुर में गंगा खतरे के निशान से 118 सेंटीमीटर ऊपर है। केंद्रीय जल आयोग ने इस वक्त गंगा का जल स्तर 34.76 मीटर मापा। अधिकारियों का अनुमान है कि अब जलस्तर घटने का क्रम शुरू हो गया है। तर्क दिया कि बक्सर से पटना तक गंगा का घटाव जारी है। यह संकेत है कि गंगा के ऊपर के हिस्से से पानी का बहाव कम हुआ है।
गंगा का जलस्तर घटने के बाद भी आफत बरकरार है। शनिवार को बाढ़ में डूबने से चार की मौत हो गई। कुतुबगंज में दो, लैलख में एक व पन्नुचक में एक की मौत हुई है। कहलगाव अनुमंडल क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ पीड़ित परिवारों के समक्ष भोजन, पानी, चिकित्सा की समस्या उत्पन्न हो गई है। लेकिन आवागमन के लिए नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है।
ये गांव हैं जलमग्न :
प्रश्स्तडीह सिमरो, कोदवार, उदयरामपुर, गोपालपुर, आर्दशनगर फुलकिया, पन्नुचक, घोघा बाजार, एनएच-80 फुलकिया, साधुपुर, जानीडीह, कुलकुलिया, आमापुर, पक्कीसराय, शाहपुर, कुशहा, रामपुर खड़हरा, एकचारी पुरबटोला, पश्चिम टोला, रसलपुर, भोलसर, पुरबटोला-पश्चिम टोला,मारकन्डेटोला, हरिजनटोला, चादपुर गुमटी, त्रिमुहान, पकड़तल्ला, सैतपुरा कुलकुलिया, नयाटोला, आमापुर, चायटोला, मजदाहा, बंशीपुर, महेशामुंडा, लदमा, रामपुर, ओगरी, गंगलदई, मशुदनपुर, एकडारा, सहसराम, वीरवन्ना, तोफि ल, अंठावन, कुटीटोला, रानीदियारा बोरहिया, मुशहरी हरिचक आदि गाव जलमग्न हो गया है।
गोधट्टा, बुद्धुचक, आदि गाव टापू में तब्दील :
पकड़तल्ला से लेकर आमापुर तक एनएच-80 जलमग्न है। यहां एनएच पर दो से तीन फीट पानी बह रहा है। एकचारी मोहनपुर पथ के खड़हरा चौर में बाढ़ का पानी बहने लगा है। अनादीपुर-ओरियप पथ पर गंगलदई पहाड़ के निकट पुल पर पानी बहने लगा है। कहलगाव-ओगरी सरबदीपुर पथ, जानीडीह, शकरपुर खवास, कुशहा साधुपुर पथ, कोदवार प्रशस्तडीह पथ बाढ़ के पानी से जलमग्न है। कहलगांव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 171 सेमी ऊपर है। छह घटे में एक सेमी की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है।
सजौर मार्ग बचा एक मात्र आवागमन का विकल्प :
शाहकुंड मुख्य मार्ग बंद होने से जमुई, तारापुर, असरगंज, मुंगेर, सुल्तानगंज, बरियारपुर, घोरघट, अकबरनगर आदि जगहों से भागलपुर आने का एक मात्र सड़क सजौर होकर ही बची है। प्रतिदिन इस सड़क से हजारों गाड़ियों का आवागमन हो रहा है। इसके अलावा विभिन्न शहरों से आए कावंरियों की भी सैकड़ों गाड़ियां इस सड़क से होकर गुजरती हैं। आवाजाही बढ़ने से इस सड़क पर दबाव बढ़ गया है। क्षमता से अधिक भारी वाहन चलने से सड़क कभी भी दम तोड़ सकती है।
दर्जनों गांव जलमग्न, बचाव व राहत नहीं हुआ शुरू :
गोराडीह प्रखंड में बाढ़ का कहर जारी है। लोगों के बीच राहत व बचाव कार्य शुरू नहीं हो पाया है। एक दर्जन गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय व जिले से कट गया है। नवगछिया प्रखंड अंतर्गत आजाद टोला पकड़ा के पास जमींदारी बांध के टूट जाने से दर्जनों गांवों में बाढ़ की पानी प्रवेश कर गया है। लोग अपने-अपने घरों से सामान निकालकर 14 नंबर सड़क पर रहने लगे हैं। लेकिन बाढ़ का पानी सड़क पर भी आ पहुंच गया है। इससे सड़क भी कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। बांध टूटने से आचार्य टोला पकड़ा, गोसाईगांव, हरीपुर, सिंघिया मकंदपुर, हरनाथचक, तेतरी, पकड़ा, लक्ष्मीपुर आदि गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। बनारसी लाल सर्राफ कॉलेज, मालपुर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
नवगछिया के अधिकांश सरकारी दफ्तर डूबे :
बांध टूटने से बाढ़ का पानी नवगछिया अनुमंडल मुख्यालय, नुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय, नवगछिया व्यवहार न्यायालय में प्रवेश कर गया है। जेल से कैदियों को निकालकर भागलपुर के जेल में भेजा गया है। प्रशासन द्वारा अनुमंडल कार्यालय के पास एनएच-31 पर बने भंवरा को बंद करने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पीरपैंती दियारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है। पूरा दियारा क्षेत्र जलमग्न हो गया है। आम जनजीवन त्राहिमाम कर रहा है। लोग लगातार मवेशियों के साथ पलायन कर रहे हैं। रानी दियारा, मोहनपुर, बाबूपुर, एकचारी दियारा, बाखरपुर पूर्वी व पश्चिमी, खवासपुर, मानिकपुर, श्रीमतपुरगोपाली चक, परशुरामपुर, गोविंदपुर, मोहनपुर, मधुबन, श्रीमतपुर, हुजुरनगर आदि पंचायत का सम्पूर्ण भूभाग जलमग्न हो गया है। जबकि सलेमपुर, ओलापुर, हरिनकोल, पीरपैंती के कई गांव व टोलों में बाढ़ का पानी भर गया है।