जीव जंतुओं को भी नहीं मिल रहा ठिकाना
भागलपुर। जिले में बाढ़ की विभिषिका झेल रहे लोगों के साथ अब जीव-जंतुओं को भी ठिकान
भागलपुर। जिले में बाढ़ की विभिषिका झेल रहे लोगों के साथ अब जीव-जंतुओं को भी ठिकाना नहीं मिल रहा है। ऐसे में राहत कैंप व सड़क पर शरण लिए विस्थापितों के आसपास विषैले जीव-जंतु मंडराने लगे हैं। जिससे लोगों को जान का खतरा उत्पन्न हो गया है। बच्चों व परिवार की जान बचाने के लिए लोग रतजगा करने को विवश हैं।
एनएच को छोड़ कहीं भी बाढ़ पीड़ितों के लिए स्थान नहीं बचा है। हालांकि अब जब एनएच 80 पर भी पानी चढ़ गया है। ऐसे में विषैले जीव जंतु का खतरा मंडराने लगा है। खासकर विषधर सांप का आतंक राहत शिविर व सड़क पर शरण लिए लोगों के लिए खतरे की घंटी है। मिर्जापुर, दोगच्छी, भुवालपुर, भतोड़िया, टिल्हा कोठी, पुराना बीएन कॉलेज व साहेबगंज के साथ महाशय ड्योढ़ी में राहत शिविर व सड़क पर गुजर बसर कर रहे बाढ़ पीड़ितों को जान बचाने के लिए मशक्कत करना पड़ी। मिर्जापुर में सीताराम मंडल व प्रमोद मंडल आदि रात भर लाठी डंडे लेकर सड़क पर गश्त लगाते रहे। सुबह से शाम तक बाढ़ पीड़ितों ने चार विषधर सांप को मारा। टार्च की रोशनी में रतजगा कर अपने परिवार व बच्चों की जान बचाने की जुगत कर रहे हैं। यह सिलसिला बीते चार दिनों से निरंतर जारी है। दिन हो या रात सांप विचरण करते नजर आ रहे हैं। बाढ़ की चपेट में विषैले जीव भी जान बचाकर मानव रहित ठिकाने पर शरण ले रहे हैं। मिर्जापुर से दोगच्छी तक करीब दो हजार से अधिक लोग शरण लिए हुए है, लेकिन लिए रोशनी की व्यवस्था तक नहीं की गई है।
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सांप के डंसने से युवती की हालत नाजुक :
नाथनगर के मिर्जापुर में एनएच पर बुधवार की शाम 20 वर्षीय सुलेखा देवी को विषैले सांप ने काट लिया। जिससे उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। स्थानीय स्तर पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने की वजह से सुलेखा के परिजन ने झाड़-फूंक के सहारे सुषमा को छोड़ दिया। देर रात वहां से हटाकर परिवार वालों ने शहर में भाड़े के कमरे में सुषमा को रखा है। मिर्जापुर के लोगों ने बताया कि सुषमा स्नान के लिए गई थी। काटने के बाद सांप सुषमा के शरीर में लिपट गया था। अफरा-तफरी के बीच ग्रामीणों ने सांप को मार डाला।