बिहारः नवगछिया कोर्ट में घुसा पानी, वकीलों ने कहा-नाव पर हो सुनवाई
भागलपुर के नवगछिया में कोर्ट कैंपस में पानी घुस जाने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था न हो पाने से कोर्ट का कामकाज अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
भागलपुर [जेएनएन ]। बाढ़ ने यहां एेसा कहर मचाया है कि अनुमंडल कोर्ट नवगछिया में काम बंद कर देना पड़ा है। कोर्ट परिसर में कई फीट पानी भर जाने से एेसी स्थिति आई है। सोमवार को बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने नवगछिया पहुंचे भागलपुर के जिला जज अरविंद माधव से वकीलों ने नाव पर ही अदालत लगाने को कहा लेकिन उन्होंने एेसा प्रावधान न होने की बात कहकर बाढ़ के हालात तक छुट्टी का एलान कर दिया।
सोमवार की दोपहर जिला जज ने एनडीआरएफ टीम के साथ पानी में डूबे नवगछिया कोर्ट परिसर का जायजा लिया। वहां से कई रिकार्ड को सुरक्षित निकाला गया। इस दौरान नवगछिया के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी द्वितीय संतोष कुमार, दीपक कुमार, सुजीत कुमार सहित अन्य न्यायाधीश साथ थे।
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जहां खोजी वैकल्पिक जगह, वहीं आ गया पानी
बाढ़ आने के बाद रविवार को मंकदपुर चौक स्थित राज पैलेस होटल में कोर्ट के संचालन की घोषणा हुई थी। किंतु, देर रात राज पैलेस होटल परिसर भी बाढ़ के पानी से घिर गया। लिहाजा, कोर्ट की कार्यवाही बंद रखनी पड़ी। इस बीच तेतरी चौक से सटे फूड प्लाजा होटल में कोर्ट को शिफ्ट करने पर भी विचार-विमर्श किया गया, लेकिन बात नहीं बनी।
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न्यायाधीशों का नया आशियाना होटल व धर्मशाला
नवगछिया कोर्ट सहित आवासीय परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इस कारण नवगछिया के सभी न्यायाधिशों को अपना आवास खाली करना पड़ा। आलम यह रहा कि न्यायाधिशों को जुगाड़ की नाव से परिवार समेत सुरक्षित बाहर निकलना पड़ा था। अब उनका नया आशियाना शहर स्थित निजी होटल व धर्मशाला है। नवगछिया में कुल सात न्यायाधीश पदस्थापित हैं। इनमें कुछ परिवार के साथ भागलपुर शहर में रह रहे हैं।