बर्खास्त सिपाही प्रीति ने कहा-साजिश की हुई है शिकार
कार्यमुक्त किए जाने के बाद सीतामढ़ी की महिला सिपाही प्रीती ने अपने पति के साथ डीआइजी विकास वैभव से इंसाफ की गुहार लगायी।
भागलपुर । कार्यमुक्त किए जाने के बाद सीतामढ़ी की महिला सिपाही प्रीती ने अपने पति के साथ डीआइजी विकास वैभव से इंसाफ की गुहार लगायी। प्रीती ने बताया कि एक साजिश के तहत पूरी कहानी गढ़ी गयी है। उसने बताया कि एक समाचार पत्र ने फोटो में टेंप¨रग कर कुख्यात अपराधी के साथ फोटो अखबार में छापी। इसके बाद ही मुझे निलंबित और बर्खास्त किया गया है। उन्होंने बताया कि छवि धूमिल करने के लिए उन्होंने संबंधित समाचार पत्र के खिलाफ कानूनी नोटिस भी भेजा था।
जिस समय छपी खबर वे भागलपुर में करा रही थी इलाज
प्रीती ने बताया कि वह पूर्व से ही शादी शुदा है। जिस वक्त की घटना दर्शायी गयी है। उस समय में वे भागलपुर में चंद्रमौली उपाध्याय के यहां अपना ट्यूमर का इलाज करा रही थी। उन्होंने बताया कि उनकी शादी 13 जुलाई संतोष कुमार के साथ हुई थी। जिससे एक पुत्र नमन हुआ। वह नवयुग विद्यालय में पढ़ता है। वह जहां भी रहती पति उनके साथ रहते थे। उन्होंने बताया कि यह सारा षडयंत्र महिला सिपाही रजनी एवं सिपाही अर्जुन पासवान ने रचा है। इसके षड्यंत्र की जानकारी उन्होंने वरीय पुलिस अधिकारियों को दी थी। उन्होंने कहा कि अर्जुन पासवान मेरे से छेड़छाड़ करता था। इसका विरोध करने पर उसने मुझे इसमें फंसा दिया। हालांकि अर्जुन ने इस आरोप से इंकार किया है।
पति-पत्नी को मिली थी धमकी
प्रीती ने कहा कि उसे और उसके पति को 19 जनवरी और पांच फरवरी को अज्ञात नंबरों से धमकी दी गयी। इसकी जानकारी भी बरारी थाने भागलपुर को दिया था। इसके अलावा सीतामढ़ी एसपी को भी इस बात की जानकारी दी है। डीआइजी ने महिला सिपाही को कहा कि आप मुजफ्फरपुर रेंज के डीआइजी के यहां अपील कर सकती हैं। सिपाही ने कहा कि बर्खास्तगी से उसकी सारी प्रतिष्ठा धूमिल हो गया है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वो आत्महत्या को विवश हो जाएंगी।