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संजय यादव के करीबियों पर पुलिस कसेगी नकेल

भागलपुर। इंडियन ऑयल के बॉटलिंग प्लांट, जय माता दी कंपनी के कर्मियों से मारपीट और रंगदार

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 May 2017 03:21 PM (IST)Updated: Thu, 18 May 2017 03:21 PM (IST)
संजय यादव के करीबियों पर पुलिस कसेगी नकेल
संजय यादव के करीबियों पर पुलिस कसेगी नकेल

भागलपुर। इंडियन ऑयल के बॉटलिंग प्लांट, जय माता दी कंपनी के कर्मियों से मारपीट और रंगदारी मामले में पुलिस और सख्त हो गयी है। पुलिस के डर से ठिकाना बदल रहे राजद के पूर्व गोड्डा विधायक संजय यादव के करीबियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। पुलिस उनके करीबी रिश्तेदारों की कुंडली खंगाल रही है। जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संजय यादव का साथ देते रहे हैं। पुलिस ऐसे में कई रिश्तेदारों को हिरासत में भी लेकर पूछताछ कर सकती है।

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कई लोगों से हिरासत में लेकर हुई है पूछताछ

संजय यादव के ठिकाने का पता लगाने के लिए पुलिस ने कई करीबियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है। मगर पुलिस पूछताछ काफी गोपनीय तरीके से कर रही है। ताकि किसी तरह का कोई हंगामा नहीं हो। पुलिस पूर्व विधायक को ढूंढने के लिए लगातार विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे रही है। मगर अब तक पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी है।

पुलिस की है मिलीभगत

सूत्रों की मानें तो पुलिस की छापेमारी कई ऐसे जगहों पर हुई, जहां संजय यादव पहुंचे थे। मगर छापेमारी दल में शामिल कुछ पुलिस कर्मियों ने उनको पुलिस के गतिविधि की जानकारी दे दी। इस कारण वे पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के पहले ही अपने ठिकाने से भाग खड़े हुए। सूत्रों की मानें तो संजय यादव पर आज तक कोई मुंह खोलने के लिए इसलिए तैयार नहीं हुआ क्योंकि शिकायत करने पर पुलिस पीड़ित को डरा देती थी। इस कारण वे लोग भी पूर्व विधायक के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कराते थे।

भागलपुर में भी है निवेश

पूर्व विधायक के संपत्ति का पता लगाने के लिए बांका के कई इलाकों में सीओ को लगाया गया है। सूत्रों की मानें तो भागलपुर जिले में भी संजय यादव ने कई जगह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अपने रिश्तेदारों के नाम से पैसा निवेश कर रखा है। वहीं इनके द्वारा चलायी जा रही गाड़ियों से भी इनकी काफी आमदनी है। सूत्रों की मानें तो इनकी चल रही गाड़ियों को कोई पुलिस वाला नो इंट्री में भी नहीं रोकता है। प्रत्येक थाने को इस बात की जानकारी है कि उक्त गाड़ी पूर्व विधायक की है।

कई बड़े वकीलों के संपर्क में है पूर्व विधायक

बुधवार को बेल की अर्जी देने के बाद पूर्व विधायक अभी भी कई बड़े वकीलों के संपर्क में है, ताकि उन्हें निचली अदालत से ही बेल मिल जाए। हालांकि न्यायालय में इस केस की सुनवाई में संजय यादव उपस्थित होंगे या नहीं अभी भी पहले बनी हुई हे। संजय यादव के समर्थकों को न्यायालय के फैसले का इंतजार है। ताकि आगे की रणनीति तैयार की जा सके। सूत्रों की मानें तो न्यायालय का फैसला आने तक संजय यादव पुलिस के सामने नहीं आने वाले हैं।

बड़े नेताओं से लगा रहे पैरवी

पूर्व विधायक इस मामले में सख्ती नहीं हो इसके लिए झारखंड और बिहार के बड़े नेताओं से संपर्क में हैं। सूत्रों की मानें तो कुछ नेताओं ने पुलिस अधिकारियों से भी इस मसले में बातचीत की है। मगर मामला स्पष्ट होने और दर्ज हो जाने के कारण और पुलिस अधिकारियों के सख्त निर्देश के कारण कोई अपना हाथ नहीं डाल रहा है। बांका के कई अधिकारी अब नेताओं का फोन उठाने से भी परहेज कर रहे हैं। ऐसे में संजय यादव पर काफी राजनीतिक अंदरूनी हलचल शुरू है।


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